असम: ओएनजीसी के तीन कर्मचारियों का अपहरण
नयी दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी तेल और प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) के तीन कर्मचारियों का बुधवार को असम में एक रिग साइट से अज्ञात सशस्त्र उग्रवादियों ने अपहरण कर लिया। इन कर्मचारियों को असम में शिवसागर जिले के लकवा फील्ड से अगवा किया गया।
कंपनी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘ओएनजीसी के तीन कर्मचारी, जिनमें दो सहायक कनिष्ठ अभियंता (उत्पादन) और एक कनिष्ठ टेक्नीशियन (उत्पादन) शामिल हैं, उन्हें 21 अप्रैल 2021 की तड़के अज्ञात सशस्त्र बदमाशों ने अगवा कर लिया। अपहरण की यह घटना शिवसागर जिले के लकवा फील्ड में ओएनजीसी की एक रिग साइट पर हुई।’’
तीनों कर्मचारी स्थानीय असमी हैं। उनकी पहचान एम एम गोगोई, रितुल सैकिया और अलकेश सैकिया के रूप में हुई है।
अपहरण करने वाले चरमपंथियों के प्रतिबंधित उल्फा (आई) समूह से संबंधित होने का संदेह है।
ओएनजीसी के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘कर्मचारियों और उनके परिवारों की सुरक्षा की उच्चस्तरीय समीक्षा की गई है और हम अतिरिक्त उपाय कर रहे हैं। हम स्थानीय पुलिस से भी मदद ले रहे हैं।’’
शिवसागर में ओएनजीसी के लगभग 2,000 कर्मचारी, अधिकारी और सहायक कर्मचारी हैं।
ओएनजीसी के एक सूत्र ने कहा कि अपहृत कर्मचारियों के बारे में फिलहाल कुछ पता नहीं चल सका है और अपहरणकर्ताओं ने अब तक परिवार या कंपनी से कोई संपर्क नहीं किया है।
ओएनजीसी ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘अगवा किए गए कर्मचारियों को बदमाशों द्वारा ओएनजीसी के एक वाहन से ले जाया गया। बाद में वाहन को असम-नागालैंड सीमा पर स्थित निमनगढ़ के जंगलों के पास छोड़ दिया गया।’’
ओएनजीसी ने स्थानीय पुलिस के समक्ष इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई है।
ओएनजीसी 1960 के दशक की शुरुआत से ऊपरी असम में तेल और गैस की खोज तथा उत्पादन कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘राज्य पुलिस के उच्च अधिकारी घटना स्थल पर हैं। स्थानीय प्रशासन को घटना के बारे में बता दिया गया है और ओएनजीसी उच्च अधिकारियों के लगातार संपर्क में है।’’
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को अपहृत कर्मचारी को रिहा कराने के निर्देश दिए
मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने उल्फा (आई) के संदिग्ध उग्रवादियों द्वारा तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) के तीन कर्मचारियों का अपहरण करने की बुधवार को निंदा की और मुख्य सचिव तथा डीजीपी को निर्देश दिया कि उन्हें बचाने के लिए हरसंभव कदम उठाएं।
सोनोवाल ने सिलसिलेवार ट्वीट कर ओएनजीसी के कर्मचारी मोहिनी मोहन गोगोई, अलकेश सैकिया और ऋतुल सैकिया की शिवसागर जिले से अपहरण की निंदा की।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने मुख्य सचिव जिष्णु बरूआ और असम पुलिस के डीजीपी भास्कर ज्योति महंत से कहा है कि उनकी रिहाई के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं।’’
सोनोवाल ने बताया कि विशेष डीजीपी (कानून-व्यवस्था) ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह घटनास्थल के लिए रवाना हुए हैं और अपहरण की जांच की निगरानी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अभी तक फिरौती या किसी अन्य चीज की मांग नहीं की गई है।
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