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विधानसभ चुनाव : छत्तीसगढ़ में पहले चरण में सुबह नौ बजे तक लगभग 10 प्रतिशत मतदान दर्ज

पहले चरण में जिन 20 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान हो रहा है, उनमें से 10 पर सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ तथा दोपहर तीन बजे मतदान समाप्त होगा।
Assembly elections

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए मंगलवार को 20 सीटों पर सुबह नौ बजे तक लगभग 10 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर लिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

विधानसभा चुनाव के पहले चरण में पुलिस और अर्धसैनिक बलों की कड़ी सुरक्षा के बीच मंगलवार सुबह मतदान शुरू हुआ।

क्षेत्र में शांतिपूर्ण मतदान के लिए गश्त के दौरान सुकमा जिले में नक्सलियों द्वारा किए गए बारूदी सुरंग विस्फोट में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का एक कमांडो घायल हो गया।

पहले चरण में जिन 20 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान हो रहा है, उनमें से 10 पर सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ तथा दोपहर तीन बजे मतदान समाप्त होगा। शेष 10 सीटों पर सुबह आठ बजे मतदान शुरू हुआ तथा शाम पांच बजे समाप्त होगा।

राज्य में कांग्रेस के उम्मीदवार और मंत्री कवासी लखमा (कोंटा सीट) और मोहन मरकाम (कोंडागांव) तथा कांग्रेस विधायक चंदन कश्यप (नारायणपुर) और सावित्री मंडावी (भानुप्रतापपुर) ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार और पूर्व मंत्री केदार कश्यप (नारायणपुर) और लता उसेंडी (कोंडागांव) ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग कर लिया है।

इस विधानसभा चुनाव में महिला पुलिस आरक्षक सुमित्रा ने भी नारायणपुर निर्वाचन क्षेत्र में अपना वोट डाला। वह 2018 में नक्सलवाद छोड़कर पुलिस में शामिल हुई थीं।

सुमित्रा (34) ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि वह नारायणपुर में माओवादियों की आमदई एरिया कमेटी में कमांडर के रूप में सक्रिय थी और दिसंबर 2018 में उन्होंने नक्सली संगठन छोड़ दिया था।

सुमित्रा ने कहा, ‘‘मैं जनवरी 2019 में पुलिस बल में शामिल हुई। मुझे खुशी है कि मैंने पहली बार अपने वोट का प्रयोग किया है।’’

नारायणपुर क्षेत्र में भाजपा नेता रतन दुबे के परिजनों ने भी मतदान में हिस्सा लिया। चुनाव प्रचार के दौरान चार नवंबर को नक्सलियों ने दुबे की हत्या कर दी थी।

अधिकारियों ने बताया कि पहले चरण में कुल 90 विधानसभा सीटों में से 20 पर 25 महिलाएं समेत 223 उम्मीदवार मैदान में हैं।

उन्होंने बताया कि पहले चरण के मतदान के अंतर्गत आने वाली सीटों पर महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से अधिक है। इन सीटों पर महिला मतदाताओं की संख्या 20,84,675 है जबकि पुरुष मतदाताओं की संख्या 19,93,937 है। वहीं तृतीय लिंग के 69 मतदाता हैं। पहले चरण के लिए 5,304 मतदान केंद्र बनाए गए हैं और 25,249 मतदान कर्मियों को तैनात किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि नक्सल प्रभावित 10 निर्वाचन क्षेत्रों मोहला-मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा में मतदान का समय सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक है।

शेष दस विधानसभा क्षेत्रों खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, बस्तर, जगदलपुर, चित्रकोट, पंडरिया और कवर्धा में मतदान का समय सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक है।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 12 विधानसभा क्षेत्रों वाले बस्तर संभाग में शांतिपूर्ण मतदान के लिए लगभग 60 हजार जवानों को तैनात किया गया है। जिनमें से 40 हजार केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के और 20 हजार राज्य पुलिस के जवान हैं।

उन्होंने बताया कि पहले चरण के मतदान के लिए लगभग एक लाख सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।

उन्होंने बताया कि सुरक्षा कारणों से बस्तर संभाग के पांच विधानसभा क्षेत्रों के 149 मतदान केंद्रों को नजदीकी पुलिस स्टेशन और सुरक्षा शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि ड्रोन और हेलीकॉप्टर के माध्यम से नक्सली गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। बम निरोधक दस्ता और श्वान दल को भी सुरक्षा में तैनात किया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि पहले चरण की 20 सीटों में से 12 अनुसूचित जनजाति के लिए और एक अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित है। सबसे अधिक उम्मीदवार राजनांदगांव निर्वाचन क्षेत्र (29) में हैं, जबकि सबसे कम उम्मीदवारों की संख्या चित्रकोट और दंतेवाड़ा सीटों पर सात-सात है।

पहले चरण में कांग्रेस से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और सांसद दीपक बैज (चित्रकोट सीट), मंत्री कवासी लखमा (कोंटा), मोहन मरकाम (कोंडागांव), मोहम्मद अकबर (कवर्धा) और दिवंगत कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा के बेटे छविंद्र कर्मा (दंतेवाड़ा) प्रमुख उम्मीदवारों में से हैं।

वहीं भाजपा से पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह (राजनांदगांव), राज्य के चार पूर्व मंत्री केदार कश्यप (नारायणपुर), लता उसेंडी (कोंडागांव), विक्रम उसेंडी (अंतागढ़) और महेश गागड़ा (बीजापुर) तथा पूर्व आईएएस अधिकारी नीलकंठ टेकाम (केशकाल) प्रमुख उम्मीदवार हैं।

कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ ओबीसी नेता और छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन को राजनांदगांव से रमन सिंह के खिलाफ मैदान में उतारा है।

राज्य में चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी (आप) ने प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी को भानुप्रतापपुर सीट से मैदान में उतारा है। वहीं, कांग्रेस विधायक अनूप नाग, जिन्हें पार्टी ने टिकट देने से इनकार कर दिया था, अपनी मौजूदा अंतागढ़ सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।

राज्य की 90 सदस्यीय विधानसभा की शेष 70 सीटों पर दूसरे चरण में 17 नवंबर को मतदान होगा।

(न्यूज़ एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

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