‘मानी ताऊ इक्यूपमेंट कंपनी’: प्रबंधन और कर्मचारी आमने-सामने, लेबर कोर्ट का फ़ैसला लागू न करने का आरोप!
ग्रेटर नोएडा स्थित ऑटो मोबाइल कंपनी ‘मानी ताऊ इक्यूपमेंट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड’ में एक बार फिर प्रबंधन और मज़दूर आमने-सामने हैं। यहां कई साल पुरानी एक कथित ग़ैर-क़ानूनी छंटनी में श्रम विभाग ने मज़दूरों के हक़ में फ़ैसला दिया है। आरोप है कि प्रबंधन अब इस फ़ैसले को मानने से इनकार कर रहा है। इसे लेकर मज़दूरों में काफ़ी गुस्सा है और मज़दूर यूनियन ने प्रबंधन से कोर्ट का फ़ैसला लागू करने को कहा है। फ़ैसला लागू न होने पर यूनियन ने एक बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है।
क्या है पूरा मामला?
‘मानी ताऊ इक्यूपमेंट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड’ उद्योग विहार, ग्रेटर नोएडा में स्थित है। आरोप है कि कंपनी प्रबंधकों ने यूनियन के पदाधिकारी एवं कंपनी के कर्मचारी जितेंद्र सिंह व रवि प्रकाश को कई साल पहले ग़ैर-क़ानूनी तरीके से नौकरी से निकाल दिया था। इस फ़ैसले को लेकर कर्मचारियों ने बीते दिनों बड़ा आंदोलन किया था। इस मामले में 10 नवंबर 2022 को एक त्रिपक्षीय समझौता हुआ था जिसके तहत यह सहमति बनी कि न्यायालय का जो भी आदेश आएगा उसे सभी पक्ष स्वीकार करेंगे। यह त्रिपक्षीय समझौता श्रम अधिकारी की मौजूदगी में हुआ। समझौते के वक़्त प्रबंधन और यूनियन के पदाधिकारी के साथ ही श्रम अधिकारी भी शामिल रहे थे। अब इस मामले में श्रम न्यायालय ने श्रमिकों को वेतन सहित पुनः कार्य पर बहाल करने का आदेश दिया गया है, जिसे प्रबंधक अब मानने को तैयार नहीं है। इसी के विरोध में श्रमिकों ने विरोध सभा कर प्रबंधकों को चेतावनी दी है कि यदि सोमवार तक प्रबंधकों ने श्रम न्यायालय द्वारा जारी आदेश का पालन नहीं किया तो वे कभी भी आंदोलन पर जा सकते हैं।
मज़दूर नेता राम सागर ने बताया कि प्रबंधकों की ज़िद व मनमानी के चलते फिर से संस्थान में अशांति उत्पन्न होने की संभावना बढ़ गई है। 'मानी ताऊ ऐमप्लोइज़ यूनियन' के अध्यक्ष मोहम्मद फिरोज़ खान व महामंत्री संतोष कुमार ने कहा कि "कंपनी प्रबंधकों को मनमानी नहीं करने दी जाएगी और अगर प्रबंधकों ने यूनियन के साथ हुए समझौते का पालन नहीं किया तो कर्मचारी फिर से संस्थान स्तर पर आंदोलन शुरू कर देंगे जिसके लिए कंपनी प्रबंधक ही ज़िम्मेदार होंगे।
इस घटनाक्रम को लेकर गुरुवार को मज़दूरों ने कंपनी के बाहर एक सभा की जिसे सीटू ज़िलाध्यक्ष गंगेश्वर दत्त शर्मा, महासचिव रामसागर, सचिव राम स्वारथ, उपाध्यक्ष मुकेश कुमार राघव, किसान नेता डॉक्टर रुपेश वर्मा, जगबीर नंबरदार और विनोद आदि ने संबोधित किया और कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि वे इस संघर्ष में उनके साथ हैं।
वहीं इसके अलावा मज़दूर यूनियन ने ग्रेटर नोएडा पर किसान सभा की अगुवाई में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में प्रस्ताव पारित किया गया।
बता दें कि श्रमिक नेता गंगेश्वर दत्त शर्मा के नेतृत्व में 26 मई को सूरजपुर, ग्रेटर नोएडा स्थित ज़िलाधिकारी कार्यालय में किसानों के आंदोलन के समर्थन में ट्रेड यूनियनों की ओर से संयुक्त रूप से एक ज्ञापन दिया दिया गया। इस ज्ञापन के ज़रिए किसानों की सभी समस्याओं के समाधान की मांग की गई।
साथ ही उन्होंने श्रम विभाग व ज़िला प्रशासन से मानी ताऊ कंपनी और कर्मचारियों के बीच विवाद के समाधान हेतु तुरंत हस्तक्षेप करने की अपील की ताकि संस्थान में औद्योगिक श्रम शांति बनी रहे।
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