पहलवानों को हिरासत में लेकर उन्हीं पर FIR दर्ज: कल से लेकर आज तक क्या कुछ हुआ ?
28 मई 2023 का रविवार 'मर्डर ऑफ डेमोक्रेसी' के इतिहास में लिखा जाएगा। ये दिन देश को नया संसद भवन मिलने के लिए नहीं बल्कि इसलिए याद रखा जाएगा कि लोकतंत्र के इस नए मंदिर से महज़ एक-डेढ़ किलोमीटर दूर सड़कों पर देश का नाम रौशन करने वाली बेटियों को घसीटा जा रहा था। न्याय की मांग करने के 'गुनाह' में उन्हें हिरासत में लिया जा रहा था।
जंतर-मंतर पर पहलवानों के धरने का 36वां दिन दंगल में तब्दील हो जाएगा इसका अंदाज़ा शायद उन्हें भी नहीं होगा। यौन उत्पीड़न के आरोपी बृजभूषण शरण सिह की गिरफ़्तारी की मांग कर रहे पहलवानों पर ही FIR दर्ज कर दी गई।
पहलवानों पर FIR दर्ज
दिल्ली पुलिस ने पहलवानों के विरोध प्रदर्शन के आयोजकों और उनके समर्थकों पर दंगा करने और सरकारी कर्मचारियों के काम में रुकावट डालने के आरोप में कई धारों के तहत FIR दर्ज की है। बताया जा रहा है जिन लोगों पर FIR हुई है उनमें बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक का नाम भी शामिल है।
FIR पर पहलवानों की प्रतिक्रिया
FIR दर्ज होने पर पहलवानों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। साक्षी मलिक ने समाचार एजेंसी ANI से कहा कि'' इतने सारे वीडियो और फोटो में प्रूफ हैं कि इतनी सारी फोर्स एक महिला के ऊपर लगी है तो हम कहां का दंगा फसाद कर सकते हैं, हम बस ये कह रहे थे कि प्लीज़ हमें लेकर मत जाओ हम शांतिपूर्वक आज का मार्च करना चाहते हैं क्योंकि हमारी सुनवाई तो वैसे भी नहीं हो रही है लेकिन उन्होंने ज़बरदस्ती घसीट कर बस में डाल दिया, हमने कोई दंगा-फसाद नहीं किया हमने किसी पब्लिक प्रॉपर्टी को नहीं तोड़ा, हम पहले दिन से प्रार्थना कर रहे हैं कि हम अपना धरना शांतिपूर्वक करना चाहते हैं''।
वहीं बरजंग पूनिया ने कहा कि '' बृजभूषण पर FIR करने में सात दिन लगा दिए थे लेकिन खिलाड़ी पर FIR करने में सात घंटे भी नहीं लगाए इसके लिए दिल्ली पुलिस को मेडल तो मिलना चाहिए''
#WATCH | Delhi | On yesterday's protest, their detention and FIR against them, wrestler Sakshee Malikkh says, "The situation yesterday was bad. We wanted to march peacefully but they didn't let us do that. There was barricading right from Jantar Mantar. They started pushing us… pic.twitter.com/gVwnhe6rbQ
— ANI (@ANI) May 29, 2023
''ख़त्म हो गया धरना''
वहीं DCP नई दिल्ली के ट्वीटर हैंडल से ट्वीट कर जानकारी दी गई कि ''कुश्ती पहलवानों का धरना और प्रदर्शन निर्बाध तरीक़े से जंतर-मंतर की सूचित जगह पर चल रहा था। कल, प्रदर्शनकारियों ने तमाम आग्रह और अनुरोध के बावजूद कानून का उन्मादी रूप से उल्लंघन किया। अंत: चल रहे धरने को समाप्त कर दिया गया है।''
इसके साथ ही पुलिस के साफ कर दिया कि '' यदि कुश्ती पहलवान भविष्य में दोबारा धरने प्रदर्शन की अनुमति की अर्जी लगाते हैं तो उन्हें जंतर-मंतर के अलावा अन्य उपयुक्त, सूचित स्थानों में से किसी जगह अनुमति दी जाएगी''।
इसके अलावा कुछ पत्रकारों ने बताया कि उन्हें आज भी जंतर-मंतर पर जाने से रोका जा रहा है।
#WATCH | "If the wrestlers give an application for sit-in protest again in future, they will be permitted for the same at a suitable place other than Jantar Mantar," says Suman Nalwa, Deputy Commissioner of Police, Delhi pic.twitter.com/I7U5DMMT8V
— ANI (@ANI) May 29, 2023
वहीं साक्षी मलिक ने आज सुबह एक वीडियो ट्वीट करते हुए कहा कि '' हम लड़ेंगे और हम जीतेंगे... ये जो दिन है ये भी बीतेंगे !”
कई छोटी-छोटी फुटेज को मिलाकर बनाए गए इस वीडियो में एक तरफ जहां साक्षी मलिक के मेडल जीतने के बाद की ख़ुशी दिखाई दे रही है वहीं दूसरी तरफ उनके आंदोलन के अब तक के सफर की तस्वीरें हैं।
हम लड़ेंगे और हम जीतेंगे… ये जो दिन है ये भी बीतेंगे ! #WrestlersWillWin pic.twitter.com/j3GbFemPte
— Sakshee Malikkh (@SakshiMalik) May 29, 2023
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कल से आज तक क्या हुआ ?
पहलवानों और उनके समर्थकों को हिरासत में लेने के बाद सभी को अलग-अलग थानों में ले जाया गया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और संगीता फोगाट को शाम को छोड़ दिया गया लेकिन बजरंग पूनिया को मयूर विहार थाने से देर रात छोड़ा गया इस बीच सुबह करनाल बाईपास से विनेश फोगाट ने भी फेसबुक लाइव कर दिल्ली पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए।
स्वाति मालीवाल ने पुलिस आयुक्त को पत्र लिखा
वहीं इस बीच दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने बीजेपी सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ़्तार करने की मांग की है। साथ ही रविवार को जंतर-मंतर पर प्रदर्शनकारी पहलवानों को हिरासत में लेने वाले कार्मियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कहा।
स्वाति मालीवाल ने पुलिस आयुक्त को लिखा पत्र
खिलाड़ियों ने नाराज़गी ज़ाहिर की
रविवार को नए संसद भवन के सामने पहलवानों के महिला महापंचायत करने की कोशिश के दौरान जो तस्वीरें देश के सामने आई बेशक वे शर्मसार करने वाली थीं, देश के लिए मेडल जीतने वाली महिला पहलवानों को सड़क पर घसीटते हुए देख सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा दिखाई दिया, तमाम राजनीति दलों के साथ ही खेल बिरादरी से जुड़े खिलाड़ियों ने भी ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी।
नीरज चोपड़ा ने लिखा कि '' यह देखकर मुझे बहुत दुख हो रहा है। इससे बेहतर तरीके से भी पेश आया जा सकता है। वहीं फुटबॉल खिलाड़ी सुनी छेत्री ने भी ट्वीट कर कहा कि '' बिना सोचे-समझे हमारे पहलवानों को इस तरह घसीटने की क्या ज़रूरत है? किसी के साथ बर्ताव करने का ये सही तरीका नहीं है, इस पूरी स्थिति का आकलन उसी तरह किया जाएगा जैसा होना चाहिए''।
यह देखकर मुझे बहुत दुख हो रहा है | There has to be a better way to deal with this. https://t.co/M2gzso4qjX
— Neeraj Chopra (@Neeraj_chopra1) May 28, 2023
Why does it have to come down to our wrestlers being dragged around without any consideration? This isn’t the way to treat anyone.
I really hope this whole situation is assessed the way it should be.— Sunil Chhetri (@chetrisunil11) May 28, 2023
"राज्यभिषेक पूरा हुआ- 'अंहकारी राजा' सड़कों पर कुचल रहा जनता की आवाज़!”
राहुल गांधी समेत कांग्रेस के कई नेता और कार्यकर्ताओं ने पहलवानों के साथ हुए व्यवहार की आलोचान की और राहुल गांधी ने लिखा कि '' राज्यभिषेक पूरा हुआ- 'अंहकारी राजा' सड़कों पर कुचल रहा जनता की आवाज़!, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक समेत कई नेताओं ने ट्वीट कर रविवार को पहलवानों के साथ हुए व्यवहार को लेकर दिल्ली पुलिस और सरकार को घेरा।
राज्याभिषेक पूरा हुआ - 'अहंकारी राजा' सड़कों पर कुचल रहा जनता की आवाज़! pic.twitter.com/9hbEoKZeZs
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 28, 2023
वहीं दूसरी तरफ पहलवानों को ट्रोल करने वाले भी सोशल मीडिया पर कूद पड़े, उनकी तस्वीर के साथ छेड़छाड़ कर उन्हें बदनाम करने की भी कोशिश शुरू हो गई है, हालांकि पहलवान ख़ुद ही ऐसे लोगों को मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं।
अब पहलवानों का अगला कदम क्या होगा?
कल, रविवार, 28 मई से लेकर आज सोमवार, 29 मई तक तेज़ी से बदल रहे घटनाक्रम के बीच हमने भारतीय भीम अवार्डी, अंतरराष्ट्रीय वॉलीबॉल खिलाड़ी, अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति ( एडवा ) की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जगमति सांगवान से बातचीत की, उन्होंने बताया कि आज पहलवानों की अपनी कमेटी की दिल्ली में कहीं बैठक हो रही है उसके अलावा खापों की भी अलग-अलग बैठक हो रही है जिसमें क्या कुछ निकल कर आएगा ये तस्वीर शाम तक ही साफ हो पाएगी।
जनवरी में बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ शुरू हुई लड़ाई साल के आधे ख़त्म होने के बाद जिस तरह से मुड़ी है उसे देखकर ज़रा भी हैरानी नहीं होती। लेकिन कल की घटना के बाद पहलवानों पर ही दर्ज हुई FIR हमें इस शेर की याद दिलाती है-
उसी का शहर वही मुद्दई वही मुंसिफ़
हमें यक़ीं था हमारा क़ुसूर निकलेगा
इसे देखें: पहलवानों का धरना : 'लोकतंत्र भव्य संसद नहीं, लोगों से बनता है'
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