वेतन बहुत कम है, स्थायी कर्मचारी का दर्जा नहीं है, ‘धमकी की संस्कृति’ है, फिर भी एनएचएम कर्मचारी कठिन हालात में सभी बाधाओं का सामना कर रहे हैं।
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