Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

बोलीविया : ईवो मोरालेस ने नागरिक-सैन्य तख़्तापलट के बाद हुए नुक़सान की निंदा की

पूर्व राष्ट्रपति इवो मोरालेस ने कहा कि बोलीविया में "फ़ासीवाद और नस्लवाद फिर से पनप रहा है।" उन्होंने कहा कि "सत्तासीन सरकार असमानता को बढ़ावा दे रही है।"
ईवो मोरालेस

लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित मूवमेंट टुवार्डस सोशलिज्म (एमएएस) पार्टी के बोलीवियाई राष्ट्रपति ईवो मोरालेस ख़िलाफ़ नागरिक-सैन्य तख्तापलट और अति दक्षिणपंथी जीनाइन अनेज के नेतृत्व में सरकार की स्थापना को 10मई को छह महीने हो गए।

छह महीने गुज़रने पर राजनीतिक शरणार्थी के रूप में अर्जेंटीना में रह रहे पूर्व राष्ट्रपति मोरालेस ने तख्तापलट करने वाली सरकार के शासन में देश को हुए नुकसान की निंदा की। कई ट्वीट के ज़रिए मोरालेस ने इसकी जनविरोधी, फासीवादी, नवउदारवादी और जातिवादी प्रवृत्तियों के लिए सत्तासीन सरकार की आलोचना की।

एक ट्वीट में मोरालेस लिखा, "तख्तापलट के छह महीने बाद बोलीविया न केवल पंगु हो गया है बल्कि अधिक बेरोज़गारी, ग़रीबी, भुखमरी, भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद,अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के हनन और उल्लंघन के साथ नव उदार काल में वापस जाते हुए पीछे की तरफ जा रहा है। फासीवाद और नस्लवाद फिर से पनप रहा है।"

एक अन्य ट्वीट में नेता ने "नरसंहार, उत्पीड़न, कारावास,सरकारी कंपनियों के बर्बाद होने और महामारी से निपटने में असमर्थता" के लिए तख्तापलट सरकार की निंदा की और ज़ोर देकर कहा कि "केवल लोग ही लोगों को बचाते हैं, हम लोकतंत्र को फिर से हासिल करेंगे।"

मोरालेस ने अंतरिम सरकार के नवउदारवादी सरोकार को लेकर भी चेतावनी दी। उन्होंने ट्वीट में लिखा, "एक'संक्रमणकालीन' सरकार को चुनावों कराने के लिए बनाया जाता है, न कि ग़ैर क़ानूनी फैसला करने के लिए जो हमारे भविष्य को संकट में डालता है जैसे कि मानव उपभोग के लिए जीएमओ, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष से ऋण, आर्थिक मॉडल में बदलाव, बड़े उद्यमी के पक्ष में भूमि व्युत्क्रमण और खनन में रियायतें।"

तख्तापलट होने के बाद देश की सामाजिक-राजनीतिक स्थिति संकटपूर्ण रही है। संयुक्त राज्य सरकार और अमेरिकी राज्यों के संगठन (ओएएस) द्वारा समर्थित तख्तापलट सरकार की राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों और संस्थाओं ने मानवाधिकारों के उल्लंघन, क्रूर सैन्य और पुलिस दमन, राजनीतिक और सामाजिक नेताओं और उनके परिवारों का जातिवादी,पितृसत्तात्मक और चयनात्मक उत्पीड़न और मीडिया सेंसरशिप की निंदा की है।

साभार : पीपल्स डिस्पैच

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest