श्रीलंका में जनता राष्ट्र प्रमुखों के महलों में आराम कर रही और हमारे यहां मुद्दे!
देश के सबसे बड़े संवैधानिक संस्थान राष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री आवास किस लिए होते हैं? ज़ाहिर है देश यानी देश की जनता के लिए नीतियां बनाने और राज चलाने के लिए। लेकिन जब नेता अपना काम छोड़ देते हैं तो जनता को अपनी असल जनार्दन की भूमिका में आना पड़ता है। यही आज श्रीलंका में हो रहा है।
वैसे हमारे देश का हाल भी श्रीलंका से बहुत ज्यादा अलग नहीं है... हमारे यहां भी बेरोज़गारी, महंगाई और किसान की समस्याओं को भूलकर आराम ही फरमाया जा रहा है। फर्क सिर्फ इतना है हमारे यहां कि राज महलों में नेता हैं...उनके यहां जनता।
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