नूंह गुड़गाँव दंगा और ट्रेन का चेतनकांड बड़े सियासी ख़तरे के ठोस संकेत
नूंह-गुड़गाँव के दंगे-फ़साद ने इलाक़े की मारुति और आईटी उपक्रमों वाली छवि फ़िलहाल मोनू मानेसर के आतंक और सांप्रदायिक-उपद्रव की राजनीति में बदल गयी है. दो-तीन दिनों से पूरा इलाक़ा दहशत में है.
नूंह-गुड़गाँव के दंगे-फ़साद ने इलाक़े की मारुति और आईटी उपक्रमों वाली छवि फ़िलहाल मोनू मानेसर के आतंक और सांप्रदायिक-उपद्रव की राजनीति में बदल गयी है. दो-तीन दिनों से पूरा इलाक़ा दहशत में है. मणिपुर के बाद देश के अलग-अलग इलाक़ों में ‘छोटे-छोटे मणिपुर’ कौन और क्यों तैयार कर रहा है? इस ख़तरनाक मंज़र का सियासत से क्या कोई रिश्ता है? कहाँ से तैयार हो रहे हैं मोनू मानेसर और चेतन सिंह जैसे दिमाग़? #AajKiBaat में वरिष्ठ पत्रकार Urmilesh का विचारोत्तेजक विश्लेषण
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