चक्रवात ‘मिगजॉम’: तमिलनाडु सरकार ने केंद्र से मांगी 5000 करोड़ रुपये की अंतरिम सहायता
तमिलनाडु सरकार ने चेन्नई और राज्य के कुछ अन्य जिलों में लगातार बारिश से क्षतिग्रस्त हुए बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण और लोगों को राहत प्रदान करने के लिए 5,000 करोड़ रुपये की अंतरिम केंद्रीय सहायता मांगी है।
राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के नेता तिरुचि शिवा ने कहा कि भीषण चक्रवात ‘मिगजॉम’ के कारण भारी बारिश से चेन्नई और अन्य जिले जलमग्न हो गए हैं।
चक्रवात के दस्तक देने से कुछ घंटे पहले आई बाढ़ में एक बच्चे सहित कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई। चेन्नई की सड़कों पर पानी भर जाने के कारण कारें बह गईं और हवाई अड्डे का संचालन बंद कर दिया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘लगातार बहते पानी के कारण सड़कें नदियां बन गई हैं और नदियां समुद्र की तरह हो गई हैं... सभी जल निकाय ओवरफ्लो हो रहे हैं। कई टैंक टूट गए हैं।’’
राज्य सभा को सूचित करते हुए कि प्रकृति के प्रकोप के कारण सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं, शिवा ने कहा कि इससे आवश्यक आपूर्ति भी बाधित हुई है।
उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन और पूरा मंत्रिमंडल, नगर निगम के अधिकारी, दमकल विभाग, सफाई कर्मचारी, डॉक्टर, बचाव दल और बिजली विभाग लोगों को बचाने और राहत सामग्री मुहैया कराने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं।
शिवा ने बताया कि एहतियात के तौर पर बिजली आपूर्ति रोक दी गई थी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपने साधनों में सब कुछ कर रही है, लेकिन बुनियादी ढांचे का नुकसान इतना बड़ा है कि इसे जल्द से जल्द ठीक नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 5,000 करोड़ रुपये की अंतरिम राहत का अनुरोध किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं केंद्र सरकार से आग्रह करता हूं कि तमिलनाडु और पांच जिलों की स्थिति को देखते हुए कृपया प्रारंभिक अंतरिम राहत के रूप में 5,000 करोड़ रुपये जारी करें जिससे राज्य सरकार को तमिलनाडु के लोगों की सुरक्षा के प्रयासों में मदद मिलेगी।’’
इससे अलावा तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के सांसदों ने चक्रवात से नुकसान के आकलन के लिए केंद्रीय दल भेजे जाने की भी मांग की।
द्रमुक के नेता टी आर बालू और तेलगू देसम पार्टी (तेदेपा) के सांसद जयदेव गल्ला ने मंगलवार को केंद्र सरकार से आग्रह किया कि चक्रवात ‘मिगजॉम’ के कारण तमिलनाडु एवं आंध्र प्रदेश में हुए नुकसान के आकलन के लिए जल्द केंद्रीय दल भेजा जाए तथा इन राज्यों को सहायता उपलब्ध कराई जाए।
दोनों नेताओं ने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान यह मांग उठाई। बालू ने तमिलनाडु में चक्रवाती तूफान के असर का उल्लेख करते हुए कहा कि केंद्र को दल भेजना चाहिए ताकि नुकसान का जायजा लिया जा सके।
उनका कहना था, ‘‘यह महत्वपूर्ण मुद्दा है। हमने कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में इस पर चर्चा की थी। सत्ता पक्ष ने सहमति जताई थी कि इसे सर्वोच्च प्राथमिकता मिलनी चाहिए।’’
बालू ने कहा, ‘‘केंद्र सरकार को आगे आना चाहिए, गृह मंत्री (अमित शाह) को सुनिश्चित करना चाहिए कि तमिलनाडु को पूरी मदद मिल सके।’’
तेलुगू देसम पार्टी के जयदेव गल्ला ने कहा कि चक्रवात की वजह से हुई बारिश के कारण फसलों को बहुत नुकसान हुआ है।
उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार इसका आकलन कर रही है कि कितना नुकसान हुआ है...मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से आग्रह करता हूं कि केंद्रीय दल भेजा जाए ताकि नुकसान का आकलन हो सके और सहायता राशि जारी की जा सके।’’
(न्यूज़ एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)
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