Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

पहलवानों को मिला विश्व कप 1983 विजेता टीम का समर्थन: “पहलवानों के साथ हुई बदसलूकी से व्यथित”

“इन पदकों के पीछे बरसों का प्रयास, बलिदान, समर्पण और मेहनत शामिल है। वे उनका ही नहीं बल्कि देश का गौरव हैं। हम उम्मीद करते हैं कि उनकी शिकायतें सुनी जाएंगी और उनका हल निकाला जाएगा।”
Wrestlers Protest

बीते लंबे वक़्त से भारतीय महिला पहलवान भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही हैं। अक्सर आरोप लगते हैं कि हमारे देश में अलग-अलग क्षेत्रों, जैसे फिल्म जगत, खेल जगत और विशेष तौर पर क्रिकेट से जुड़े ‘बड़े दिग्गज’ सामाजिक मामलों पर बोलने से कतराते हैं। चूंकि क्रिकेट हमारे देश में बेहद लोकप्रिय है और क्रिकेटर्स का अच्छा खासा प्रभाव होता है इसलिए अक्सर ये अपेक्षा की जाती है की विभिन्न सामाजिक मसलों पर वे भी अपनी बात रखें।

हालांकि जहां तक पहलवानों का मामला है, तो उन्हें कई पूर्व क्रिकेट खिलाड़ियों का समर्थन मिला है लेकिन सक्रीय खिलाड़ियों पर अक्सर मौन रहने का आरोप लगता हैं। महिला पहलवानों को क्रिकेट के अलावा बाक़ी खेलों से जुड़े बड़े खिलाड़ियों का समर्थन भी मिला है।

इस बार पहलवानों को 1983 विश्व कप विजेता भारतीय क्रिकेट टीम की तरफ से समर्थन मिला है। प्रदर्शनकारी पहलवानों द्वारा अपने पदक गंगा में बहाने की आशंका से चिंतित 1983 विश्व कप विजेता क्रिकेट टीम ने शुक्रवार को उनसे आनन-फानन में फैसला नहीं लेने का अनुरोध करते हुए उम्मीद जताई कि उनकी शिकायतों का हल निकाला जायेगा।

भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को कथित यौन उत्पीड़न के आरोपों में गिरफ्तार करने की मांग को लेकर विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया 30 मई को हरिद्वार गए थे लेकिन पदकों को गंगा में विसर्जित नहीं किया।

दिल्ली पुलिस ने 28 मई को प्रदर्शनकारी पहलवानों को कानून और व्यवस्था बिगाड़ने के आरोप में हिरासत में लिया था जब वे अनुमति के बिना नई संसद की तरफ मार्च कर रहे थे।

1983 विश्व कप विजेता भारतीय क्रिकेट टीम ने पीटीआई को जारी बयान में कहा ,‘‘हम चैम्पियन पहलवानों के साथ बदसलूकी की तस्वीरें देखकर काफी व्यथित हैं। हमें इसकी काफी चिंता है कि वे मेहनत से जीते गए पदकों को गंगा में बहाने की सोच रहे हैं।’’

उन्होंने आगे लिखा , ‘‘इन पदकों के पीछे बरसों के प्रयास, बलिदान, समर्पण और मेहनत शामिल है। वे उनका ही नहीं बल्कि देश का गौरव हैं। हम उनसे अनुरोध करते हैं कि इस मामले में आनन-फानन में फैसला नहीं ले और हम उम्मीद करते हैं कि उनकी शिकायतें सुनी जाएंगी और उनका हल निकाला जाएगा। कानून को अपना काम करने दीजिए।’’

आपको बता दें कपिल देव की कप्तानी में क्रिकेट विश्व कप 1983 जीतने वाली टीम में सुनील गावस्कर, मोहिंदर अमरनाथ, के श्रीकांत, सैयद किरमानी, यशपाल शर्मा, मदन लाल, बलविंदर सिंह संधू, संदीप पाटिल, कीर्ति आज़ाद, रोजर बिन्नी और रवि शास्त्री भी थे।

हालांकि इससे पहले भी कई पूर्व क्रिकेटर्स ने महिला पहलवानों के समर्थन में अपनी बात कही है, इन खिलाड़ियों में अनिल कुंबले, इरफान पठान और रॉबिन उथप्पा जैसे बड़े नाम शामिल हैं जो अब क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं। वर्तमान में सक्रिय क्रिकेटर्स की तरफ से इस मामले में कोई भी बयान नहीं आया है। क्रिकेट के अलावा दूसरे खेल से जुड़े खिलाड़ियों ने भी महिला पहलवानों के समर्थन में अपनी बात रखी है, इनमें जेवलिन में गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा एक बड़ा नाम हैं जो अभी खेल में सक्रीय भी हैं। इसके अलावा निशानेबाज़ अभिनव बिंद्रा ने भी महिला पहलवानों के समर्थन में बोला था। वहीं प्रसिद्ध भारतीय फुटबॉलर सुनील छेत्री ने भी पहलवानों के पक्ष में अपनी बात रखी थी।

30 मई, 2023 को पूर्व क्रिकेटर अनिल कुंबले ने महिला पहलवानों के समर्थन में ट्वीट करते हुए कहा, “28 मई को हमारे पहलवानों के साथ हुई बदसलूकी के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ। बेहतर संवाद से किसी भी बात का समाधान निकाला जा सकता है। जल्द से जल्द समाधान की उम्मीद है।” अनिल कुंबले के इस बयान पर उन्हें काफ़ी सराहना भी मिली और इस मामले पर बोलने के लिए उन्हें ‘साहसी’ भी कहा गया।

सुनील छेत्री ने पहलवानों के साथ हुई कार्रवाई के ख़िलाफ़ ट्वीट करते हुए कहा था, “हमारे पहलवानों को बिना सोचे-समझे घसीटे जाने की क्या ज़रूरत है? यह किसी के साथ व्यवहार करने का सही तरीका नहीं है। मैं उम्मीद करता हूं कि इस पूरी स्थिति का आकलन उस तरह से किया जाए जैसा होना चाहिए।”

पूर्व क्रिकेटर इरफ़ान पठान ने पहलवानों के मामले में अपना दुःख ज़ाहिर करते हुए कहा, “मैं अपने एथलीटों के इन विज़ुअल्स को देखकर बहुत दुखी हूं। कृपया जल्द से जल्द इसका समाधान करें।”

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest