नेपाल में झारखंड के 26 मजदूर कोरोना जैसी बीमारी से ग्रस्त, वापस लाने के लिए बस की व्यवस्था की गई
रांची: झारखंड के 26 मजदूर कोरोना जैसी बीमारी से ग्रस्त होने के बाद नेपाल के सिंधुपालचक जिले के गौरी गांव में फंस गये हैं और वहां से उन्होंने एक वीडियो संदेश भेजकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से उन्हें स्वदेश लाये जाने की अपील की है जिसके बाद राज्य सरकार ने उन्हें नेपाल से वापस लाने के लिए बस की व्यवस्था की है।
झारखंड सरकार के एक अधिकारी ने बताया है कि राज्य के दुमका और आसपास के इलाकों के 26 मजदूर नेपाल में एक जल विद्युत परियोजना के लिए काम करते हुए कोरोना जैसी बीमारी से ग्रस्त हो गये और अब उन्हें वहां कोई चिकित्सकीय सुविधा और खाने पीने की सामग्री उपलब्ध नहीं हो पा रही है जिसके बाद उन्होंने एक वीडियो संदेश बनाकर वहां से बचाये जाने और झारखंड वापस लाये जाने की मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से अपील की है।
सभी मजदूर लगभग ढाई माह पूर्व एक ठेकेदार के साथ नेपाल के सिंधुपालचक जिले के गौरी गांव में एक जलविद्युत परियोजना में काम करने गये थे लेकिन हाल में कोरोना के कारण नेपाल में हुए लॉकडाउन में फंस गये और अब वे न सिर्फ बीमार हैं बल्कि दाने-दाने को मोहताज हैं।
मजदूरों ने बताया कि एक स्वयंसेवी संस्था ने उनकी मदद करने की बात कही है लेकिन अब राज्य सरकार ने उन्हें वापस झारखंड लाने के लिए बस की व्यवस्था कर दी है और शुक्रवार को उन्हें वापस लाने के लिए नेपाल बस भेजी जायेगी।
मजदूरों के वीडियो संदेश को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी रीट्वीट किया है और उन्हें मदद पहुंचाये जाने का आश्वासन दिया है।
इस बीच भाजपा प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने विदेश मंत्रालय से मामले में दखल देने और मजदूरों को स्वदेश वापस लाने की अपील की है।
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