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बृजभूषण ने मांगे सेक्सुअल फ़ेवर, पहलवानों को ज़बरदस्ती पकड़ा; जानें 2 FIR में क्या-क्या लगे आरोप

भाजपा नेता और डब्ल्यूएफआई प्रमुख ने उक्त आरोपों का खंडन किया है, जबकि पहलवानों ने सालों से जारी उत्पीड़न का विवरण दिया है; इसमें डब्ल्यूएफआई सचिव की कथित मिलीभगत का भी ज़िक्र है।
brij bhusan
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह। छवि सौजन्य: पीटीआई

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह, खुद को एक बड़े घोटाले में उलझा हुआ पा रहे हैं क्योंकि  महिला एथलीटों ने उन पर यौन दुराचार के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। हालांकि अब तक वे लगे सभी आरोपो से इनकार कर रहे हैं, लेकिन दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज़ एफआईआर में पहलवानों ने सालों से चल रहे यौन उत्पीड़न के डरावने अनुभव को साझा किया है और कुछ लोगों को "उनका समर्थन नहीं करने" पर उपेक्षा का सामना करना पड़ा है।सिंह के खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज़ की गई हैं, जिनमें उन पर छेड़छाड़ करने, अनुचित व्यक्तिगत सवाल पूछने, एथलीटों के करियर का समर्थन करने के एवज़ में यौन संबंध बनाने की मांग करने और एक नाबालिग का पीछा करने का आरोप लगाया गया है, जिसका विवरण इंडियन एक्सप्रेस की रपट में सामने आया है।

सात महिला पहलवानों ने पिछले महीने दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद 28 अप्रैल को प्राथमिकी दर्ज की गई, जिसने मामले की गंभीरता को उजागर किया।

सिंह पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 354 (महिला की लज्जा भंग करने के इरादे से हमला या आपराधिक बल का इस्तेमाल), 354ए (यौन उत्पीड़न), 354डी (पीछा करना) और 34 (सामान्य इरादे) के तहत मामला दर्ज किया गया है। उसके खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया गया है।

एफआईआर में दर्ज़ विवरण चौंकाने वाले हैं और महिला पहलवानों के वर्षों के दर्दनाक उत्पीड़न की दास्तां को दर्शाते हैं, जो सिंह की नाजायज़ मांग न मानने या उनका समर्थन नहीं करने पर कुछ कथित भेदभाव के साथ यौन उत्पीड़न और धमकी के अपने अनुभवों को साझा करने के लिए बहादुरी से आगे आए हैं।

द हिंदू, एनडीटीवी और द इंडियन एक्सप्रेस जैसे प्रमुख दैनिक समाचार पत्रों में प्रकाशित कई रिपोर्टों के अनुसार, एफआईआर में दर्ज़ विस्तृत शिकायतें कथित घटनाओं का एक दुखद  विवरण प्रदान करती हैं।

एक नाबालिग लड़की के लिए, जो विभिन्न चैंपियनशिप में खेल चुकी है और वर्तमान में 17 साल की है, उसके पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज की है। लड़की 2016 से कुश्ती लड़ रही है। 

उसके पिता ने कहा कि जब उसने भारत में एक चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता, तो आरोपी ने फोटो लेने के बहाने, "लड़की को जबरदस्ती अपनी ओर खींच लिया और उसे इतना कस कर पकड़ लिया कि वह हिल भी नहीं सकती थी और न ही खुद को उसकी पकड़ से छुड़ा सकती थी।" 

उसके पिता ने एफाईआर में में कहा कि, "श्री सिंह ने जानबूझकर अपना हाथ उसके कंधे पर रखा और अपना हाथ उसके स्तनों पर रगड़ा।" 

लड़की के पिता के अनुसार, श्री सिंह ने पीड़िता से कहा कि वह उनके मिलती रहे। “यदि आप मेरा समर्थन करेंगी, तो मैं आपका समर्थन करूँगा। मेरे साथ संपर्क में रहना," श्री सिंह ने पीड़िता से कहा, जिस पर उसने जवाब दिया, "सर, मैं अपने दम पर यहां तक आई हूं, और मैं आगे जाने के लिए भी कड़ी मेहनत करूंगी"।

हालांकि, श्री सिंह ने कथित तौर पर उसे चेतावनी दी कि एशियाई चैंपियनशिप के ट्रायल जल्द ही होंगे, और चूंकि वह उसके साथ सहयोग नहीं कर रही है तो उसे "ट्रायल में नतीजे भुगतने होंगे"।

पीड़िता के पिता ने एफआईआर में बताया कि "मेरी बेटी, एक युवा पहलवान है, वह अपने करियर की शुरुआत में है। वह एक ऐसे आरोपी जो यौन शिकारी है, का सामना करने की हिम्मत नहीं जुटा सकी और कुश्ती संघ में शिकायत दर्ज़ या इन मुद्दों को नहीं उठा सकी क्योंकि कुश्ती संघ पूरी तरह से आरोपी के कब्ज़े में है और उसके हुक्म के अनुसार काम करता है।” 

एक अन्य पहलवान ने सिंह पर आरोप लगाया कि, यौन संबंध के बदले में पूरक आहार (Supplement) खरीदने की पेशकश की और उसे रिश्वत देने का प्रयास किया। उसने आगे आरोप लगाया कि, जब वह फोन पर अपने माता-पिता से बात कर रही थी तो बिना उसकी सहमति के उसे जबरदस्ती गले लगा लिया। "उसने मुझे अपने फोन से मेरे माता-पिता से बात करने को कहा, क्योंकि उस समय मेरे पास कोई निजी मोबाइल फोन नहीं था ... आरोपी (श्री सिंह) ने मुझे अपने बिस्तर पर बुलाया जहां वह बैठा था, और फिर अचानक, उसने मेरी अनुमति के बिना मुझे जबरदस्ती गले लगा लिया।" 

एक अन्य शिकायत में, एक पहलवान ने प्रशिक्षण के दौरान सिंह के अनुचित व्यवहार के अपने अनुभव को साझा किया। उसने कहा कि आरोपी ने उसे अलग से बुलाया, उसकी सांस की जाँच के बहाने उसके पेट को छुआ, और अवांछित हरकतें कीं। “जब मैं प्रशिक्षण ले रही थी, तब आरोपी ने मुझे अलग से बुलाया, जिससे मैंने इनकार कर दिया क्योंकि आरोपी ने अन्य लड़कियों को भी अनुचित तरीके से छुआ था। हालांकि, उसने मुझे फिर से बुलाया, मेरी टी-शर्ट खींची और मेरी सांस की जांच के बहाने मेरे पेट को छू लिया।” पहलवान ने यह भी खुलासा किया कि महिला एथलीट हमेशा सिंह से अकेले मिलने से बचती थीं और अक्सर समूह बनाकर चलती थीं, क्योंकि वह उन्हें एक-दूसरे से अलग करने की कोशिश करते थे और असहज व्यक्तिगत सवाल पूछते थे। उन्होंने कहा, "असल में, सभी महिला पहलवान आरोपी से बचने के लिए हमेशा एक साथ बाहर जाती थीं।"

उन्होंने कहा कि, "वह जबरदस्ती एवं महिला एथलीटों की इच्छा के खिलाफ उन्हें उनके समूह से अलग करने की कोशिश करता था और फिर अनुचित व्यक्तिगत सवाल पूछता था, जिसका जवाब देने में हम सहज महसूस नहीं करते थे।" 

एफआईआर में उन घटनाओं पर भी प्रकाश डाला गया है जो सरकारी जांच के दौरान एथलीटों के बयान दर्ज करते समय हुई थीं। एक पहलवान ने वीडियो रिकॉर्डिंग प्रक्रिया के बारे में संदेह व्यक्त किया, क्योंकि कैमरा बार-बार चालू और बंद हो रहा था। उन्होंने ओवरसाइट कमेटी पर सिंह के कार्यों को सही ठहराने का आरोप लगाया और समिति की निष्पक्षता के बारे में चिंता जताई, उन्हें डर था कि न्याय नहीं मिलेगा। “मेरा बयान दर्ज करते समय, मैंने देखा कि वे [निगरानी समिति] बार-बार कैमरे को चालू और बंद कर रहे थे। इसके अलावा, जो सबसे अधिक आश्चर्य और सदमे की बात थी वह यह कि समिति के सदस्य अभियुक्त के कार्यों को सही ठहराने की कोशिश कर रहे थे जैसे कि उसने कुछ भी गलत नहीं किया हो। ऐसा लग रहा था कि समिति पहले से ही अभियुक्त का पक्ष लेने के लिए सोच-समझकर बैठी थी। 

“जैसा कि मुझे गंभीर संदेह था कि मेरा बयान पूरी तरह से दर्ज किया गया था या नहीं, मैंने समिति से वीडियो रिकॉर्डिंग की एक प्रति के लिए अनुरोध किया, लेकिन समिति ने मुझे प्रति देने से इनकार कर दिया। समिति की इस हरकत ने पक्षपाती होने के मेरे संदेह को और भी गहरा कर दिया था ... मुझे डर था कि आरोपी के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए समिति गठित होने के बावजूद मुझे न्याय नहीं मिलेगा क्योंकि आरोपी एक शक्तिशाली नेता तो है ही साथ ही उसके तार ऊपर तक जुड़े हुए हैं, और ऐसा लगा जैसे कि समिति उनके निर्देश के अनुसार काम कर रही है।' 

पहलवान ने आगे कहा कि, जब दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन चल रहा था, तो आरोपी ने अपने गुंडों की मदद से उसके पति के माध्यम से उससे संपर्क करने की कोशिश की और उसे धमकी दी गई कि यदि उसने समिति के सामने आरोपी के खिलाफ कुछ भी कहा तो इसके "गंभीर परिणाम" होंगे।”

शिकायतकर्ता ने कहा कि, इसके अतिरिक्त, शिकायतें, सिंह से आगे विश्व कुश्ती संघ (WFI) के सचिव विनोद तोमर तक पहुँच गई हैं। एक पहलवान ने आओप लगाया कि तोमर ने अपने दिल्ली कार्यालय में जबरदस्ती शारीरिक संपर्क बनाने की कोशिश की। "फेडरेशन कार्यालय में जाने ने बाद ... मुझे आरोपी (श्री तोमर) ने कमरे में बुलाया ... मेरा भाई, जो मेरे साथ था उसे साफ तौर पर बाहर रहने को कहा गया... आरोपी ने (श्री तोमर), अन्य व्यक्तियों के जाने पर, दरवाजा बंद कर लिया... मुझे अपनी ओर खींच लिया और मेरे साथ जबरदस्ती शारीरिक संपर्क बनाने की कोशिश की।" 

इस बीच, बृजभूषण शरण सिंह ने यौन दुराचार के सभी आरोपों से इनकार किया है। बुधवार को उन्होंने एक बार फिर सभी आरोपों का खंडन करते हुए एक बयान जारी किया है।

उन्होंने कहा कि, 'यदि मेरे खिलाफ एक भी आरोप साबित हो जाता है तो मैं फांसी लगा लूंगा। अगर आपके (पहलवानों) पास कोई सबूत है तो उसे अदालत में पेश कीजिए और मैं कोई भी सजा स्वीकार करने को तैयार हूं।’

अयोध्या में सिंह के समर्थन में होने वाली संतों की रैली को अनुमति नहीं मिली

इस बीच, पीटीआई ने बताया कि अयोध्या जिला प्रशासन ने भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह को 5 जून को रैली करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है, जिसकी सूचना एक अधिकारी ने शुक्रवार को दी है। 

अंचल अधिकारी (अयोध्या) एसपी गौतम ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस पर पांच जून को होने वाले अन्य कार्यक्रमों के मद्देनजर सिंह की ओर से भाजपा पार्षद चमेला देवी द्वारा मांगी गई अनुमति को खारिज कर दिया गया है। 

सिंह ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि उन्होंने राम कथा पार्क में 'जन चेतना महारैली' को कुछ दिनों के लिए स्थगित कर दिया है क्योंकि उनके खिलाफ पहलवानों के आरोपों की पुलिस जांच चल रही है।

सिंह, उत्तर प्रदेश के कैसरगंज से भाजपा सांसद हैं।

संतों ने 5 जून को राम कथा पार्क में सिंह की जन चेतना महा रैली के लिए समर्थन जुटाना भी शुरू कर दिया था और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम, 2012 में संशोधन की मांग करने की योजना बना रहे थे। सिंह के खिलाफ दर्ज दो प्राथमिकियों में से, एक नाबालिग के कथित यौन उत्पीड़न से संबंधित है।

इस लेख को मूल अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।

FIRs Detail Charges of Groping, Demanding Sexual Favours, Stalking by WFI Chief Brij Bhushan

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