चंद्रशेखर को फिर दी गई धमकी, हमला मामले में 4 संदिग्ध हिरासत में
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक तरफ़ अपने 'बुलडोज़र राज' में क़ानून व्यवस्था को लेकर बड़े बड़े दावे करने में नहीं अघा रहे, लेकिन वहीं प्रदेश में दिन-दहाड़े हत्याएं, हमले और लूट-झपटमारी चरम पर है। गुंडा तत्व इतने बेख़ौफ़ हैं कि वे भीम आर्मी प्रमुख एवं आज़ाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आज़ाद पर बुधवार को हमला करने से पहले और बाद में भी खुलेआम धमकी दे रहे हैं। हमले के बाद गुरुवार को भी खुली धमकी दी गई कि "अगली बार नहीं बचोगे"।
इस बीच उनके ऊपर जानलेवा हमला मामले में पुलिस ने चार संदिग्धों को हिरासत में लिया है, लेकिन इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं होने से उनके समर्थकों में खासा रोष है।
सहारनपुर के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सागर जैन ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि चंद्रशेखर के साथी मनीष कुमार की तहरीर पर कार सवार अज्ञात हमलावरों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने चार संदिग्धों को पूछताछ के लिये हिरासत में लिया है। पुलिस की कई टीम जांच कर रही हैं और बहुत जल्दी ही हमलावर सलाखों के पीछे होंगे।
वहीं आज़ाद समाज पार्टी के संस्थापक सदस्य एवं मीडिया प्रभारी डॉक्टर अजय गौतम ने 'पीटीआई-भाषा' से कहा, ‘‘घटना के 72 घंटे बीतने पर भी पुलिस हमलावरों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है जिससे समर्थकों में नाराजगी है।''
गौतम ने बताया कि आज़ाद के निवास पर चिकित्सक उनके स्वास्थ्य पर नजर रखे हुए हैं, सुरक्षा के भी व्यापक प्रबंध किये गये हैं।
उन्होंने बताया कि आगामी तीन जुलाई को सहारनपुर में महापंचायत होगी, जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र ही हमलावरों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थक सड़क पर उतरकर जेल भरो आंदोलन करेंगे।
गौरतलब है कि आज़ाद पर बुधवार शाम को देवबंद में कार सवार हमलावरों ने जानलेवा हमला किया था, जिसमें वह घायल हो गए थे। चंद्रशेखर बुधवार शाम को अपने एक साथी की मां की रस्म पगड़ी में शामिल होने के बाद सहारनपुर लौट रहे थे। शाम करीब 5 बजे देवबंद थाना क्षेत्र के यूनियन सर्किल के पास उनपर ये हमला हुआ। पुलिस ने बताया कि हमले में इस्तेमाल की गई कार बुधवार रात सहारनपुर जिले के मिरगपुर गांव से बरामद कर ली गई है। कार का नंबर प्लेट हरियाणा का है।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार चंद्रशेखर आज़ाद को हमले से 5 दिन पहले फेसबुक पर धमकी दी गई थी। हमले के बाद गुरुवार को भी इसी तरह की धमकी दी गई कि "अगली बार नहीं बचोगे"।
बताया जा रहा है कि चंद्रशेखर आज़ाद को कथित तौर पर ‘क्षत्रिय ऑफ अमेठी’ नाम के फेसबुक पेज पर जान से मारने की धमकी दी गई थी। इस मामले में ज़रूर पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है।
‘क्षत्रिय ऑफ अमेठी’ नाम के फेसबुक पेज पर आज़ाद को जान से मारने की धमकी मामले पर संज्ञान लेते हुए गौरीगंज पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 506 तथा सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कानून के तहत पुलिस ने एक मामला दर्ज किया था।
अमेठी के पुलिस अधीक्षक इलामारन जी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि अमेठी के बसंतपुर गांव के विमलेश सिंह (30) के खिलाफ मामला दर्ज कर गुरुवार की शाम उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
बयान के मुताबिक प्रथम दृष्टया विमलेश सिंह का सहारनपुर में भीम आर्मी प्रमुख पर हुए हमले की घटना से संबंध नहीं पाया गया है। शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए विमलेश सिंह के विरुद्ध कार्रवाई की गयी ।
गौरतलब है कि ‘क्षत्रिय ऑफ अमेठी’ नाम के फेसबुक पेज पर छह दिन पूर्व एक पोस्ट में आज़ाद को धमकी दी गई थी। इसी पेज पर गुरुवार को भी आज़ाद को धमकी देने वाला एक पोस्ट डाला गया था।
इस बीच सहारनपुर जिला चिकित्सालय से छुट्टी मिलने पर पत्रकारों से बातचीत में चंद्रशेखर आजाद ने गुरुवार को कहा कि वह बेहतर महसूस कर रहे हैं और उनका रक्तचाप स्थिर है।
उन्होंने कहा, "मैं दर्द कम करने की दवा ले रहा हूं और उम्मीद है कि अगले दो-तीन दिनों में ठीक हो जाऊंगा।"
उन्होंने आरोप लगाया, ''इस घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कुछ न बोलना यह दर्शाता है कि मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश में अपराध को संरक्षण दे रहे हैं।''
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