नोट छापने से बच सकती है इकॉनमी
उदय कोटक से लेकर पी. चिदंबरम, सभी यह कह रहे हैं कि सरकार को नोट छपवाने के उसे बाजार में पहुँचाया जाए. ताकि लोगों के हाथ में पैसे आये और वह चीज़े ख़रीद सकें। पर इसका अर्थव्यवस्था पर क्या असर पड़ेगा? क्या सामान और महंगा होगा ? जवाब दे रहे हैं ऑनिंद्यो
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