मेवात हिंसा: राज्य समर्थित सशस्त्र समूह बनाम आम लोग
CPI(M) हरियाणा राज्य सचिव सुरेंद्र मलिक बताते हैं कि 31 जुलाई को मेवात में हुई हिंसा को सांप्रदायिक संघर्ष समझने की भूल नहीं की जानी चाहिए। इसे धर्म के नाम पर राज्य और पुलिस समर्थन प्राप्त समूहों द्वारा आयोजित किया गया था, जो वर्षों से मेवातियों के खिलाफ नफरत और आक्रामकता फैला रहे हैं।
CPI(M) हरियाणा राज्य सचिव सुरेंद्र मलिक बताते हैं कि 31 जुलाई को मेवात में हुई हिंसा को सांप्रदायिक संघर्ष समझने की भूल नहीं की जानी चाहिए। इसे धर्म के नाम पर राज्य और पुलिस समर्थन प्राप्त समूहों द्वारा आयोजित किया गया था, जो वर्षों से मेवातियों के खिलाफ नफरत और आक्रामकता फैला रहे हैं। उनका कहना है कि हिंदुत्व संगठनों ने कभी भी शांति की अपील नहीं की और उन मुद्दों पर हिंदुओं सहित किसी भी समुदाय की कभी मदद नहीं की जो वास्तव में मायने रखते हैं।
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