तीन सूबों में नीतीश,अखिलेश, तेजस्वी, सोरेन ही होंगे विपक्ष की धुरी
राहुल गांधी ने अपनी शानदार पदयात्रा से अपार गुडविल अर्जित किया है. इसका दक्षिण और मध्य भारत में निस्संदेह बड़ा असर होगा. लेकिन उत्तर के तीन प्रमुख राज्यों-यूपी, बिहार और झारखंड की बात करें तो यहां अब भी क्रमश: अखिलेश यादव, नीतीश-तेजस्वी और हेमंत सोरेन विपक्ष की धुरी बने रहेंगे..
ऐसे में राहुल गांधी को इन नेताओं से विश्वास का रिश्ता बनाना होगा. यह जिम्मेदारी उनकी इसलिए भी ज्यादा है कि वह विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी के नेता हैं. लेकिन अभी तक वैसा रिश्ता नहीं नजर आ रहा है. क्या हैं इसके मुख्य कारण? लोकसभा की कुल 134 सीटों वाले ये तीनों प्रदेश 2024 की बडी चुनावी जंग में जीत-हार का फैसला करेंगे..ऐसे में विपक्ष की क्या रणनीति है? वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश का विचारोत्तेजक विश्लेषण:
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