पुरोला मामला: महापंचायत स्थगित, इलाक़ा पुलिस छावनी में तब्दील
उत्तराखंड के पुरोला में हिंदूवादी संगठनों की तरफ से बुलाई गई महापंचायत को स्थगित कर दिया गया है। देर रात जिन लोगों की अगुवाई में ये महापंचायत होने जा रही थी उनकी तरफ से मीडिया में बयान दिया गया कि ''15 जून को जो हमारी प्रस्तावित महापंचायत थी उत्तराखंड सरकार और जिला प्रशासन की दमनकारी नीतियों की वजह से अनिश्चित समय के लिए स्थगित की जाती है, पूरे क्षेत्र में धारा 144 लगा दी गई है, साथ ही इसमें बाहर से शामिल होने वाले लोगों को भी नज़रबंद कर दिया गया है, यह महापंचायत फिलहाल कुछ समय के लिए स्थगित की जाती है लेकिन यथासमय इस महापंचायत का आयोजन किया जाएगा।''
आज सुबह होते ही पुरोला में दुकानें बंद दिखाई दी और पुलिस की तरफ से भी फ्लैग मार्च किया गया और साथ ही पुलिस के बड़े अफसर इलाके पर नज़र बनाए हुए हैं।
उत्तराखंड के पुरोला में हिन्दू महापंचायत रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था देखिए.
सवाल य
ह कि जब मुसलमानों पर हमले किये जा रहे थे तब घ सुरक्षा व्यवस्था कहा थी, जब सरेआम उनकी दुकानों में तोड़ फोड़ और लूटपाट हो रही थी तब यह सुरक्षा व्यवस्था कहा थी?pic.twitter.com/CxDqlANI1P— Puneet Kumar Singh (@puneetsinghlive) June 15, 2023
#WATCH | Police patrol streets of Purola of Uttarkashi district where Section 144 CrPC has been imposed by the district administration after the town witnessed communal tensions over an alleged attempt to abduct a minor girl last month#Uttarakhand pic.twitter.com/59jwS8lsDk
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 15, 2023
पुरोला के हालात जानने के लिए हमने सीनियर जर्नलिस्ट त्रिलोचन भट्ट से बात की उन्होंने बताया कि ''पुरोला में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है, पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है, सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं और बाहर से किसी को भी शहर में जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है।''
उन्होंने हमारे साथ एक वीडियो शेयर किया जिसमें पुलिस बल की तैनाती के बावजूद कुछ लोग एक घर की बालकनी और छत पर खड़े होकर धार्मिक नारे लगाते हुए पुरोला जाने की मांग करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
अब तक क्या-क्या हुआ?
26 मई को दो लड़कों को (एक हिंदू और एक मुसलमान) एक हिंदू लड़की के साथ पकड़ा गया और इसे 'लव जिहाद' बताया गया। हालांकि जिन लड़कों को पकड़ा गया उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
28 मई को इस मामले में हिंदू रक्षा अभियान नाम के एक संगठन के बैनर तले प्रदर्शन किया गया। इलाके में पोस्टर लगा कर मुसलमानों को 15 जून तक मकान-दुकान खाली करने का फरमान सुनाया गया। इस दौरान मुसलमानों की दुकानों के बोर्ड तोड़ दिए गए, उनकी दुकानों पर काले रंग के क्रॉस बना दिए गए। जिसके बाद शहर के क़रीब-क़रीब सभी मुसलमानों ने शहर ख़ाली कर दिया, शायद ही अब कुछ-एक परिवार वहां रह रहे हों।
14 जून को महापंचायत को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका डाली गई हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई से इनकार कर दिया। ये याचिका दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अपूर्वानंद और लेखक अशोक वाजपेयी की तरफ डाली गई थी। कोर्ट ने याचिका करने वालों को हाईकोर्ट जाने के लिए कहा।
इस मामले पर आज 15 जून को उत्तराखंड हाईकोर्ट में सुनवाई है।
14 जून को उप डिवीजनल मजिस्ट्रेट देवानंद शर्मा ने कहा कि 14 से 19 जून तक इलाके में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू रहेगी।
इलाके में धारा 144 का आदेश
कुछ लोगों की कोशिश की वजह से हरकत में आया प्रशासन
इस मामले को स्थानीय पत्रकारों ने अपनी रिपोर्ट में भरपूर जगह दी और विदेशी मीडिया ने भी ख़बर दिखाई। स्थानीय पत्रकार त्रिलोचन भट्ट के मुताबिक इस मुद्दे को लगातार कवर करने और कुछ लोगों के आवाज़ उठाने का ही असर है कि आज महापंचायत को स्थगित कर दिया गया है।
इसे भी पढ़ें :उत्तराखंड के पुरोला शहर में ‘महापंचायत’ से पहले निषेधाज्ञा
हालांकि महापंचायत करने का ऐलान करने वालों की तरफ से कहा गया है कि ''फिलहाल महापंचायत को स्थगित किया जा रहा है यथासमय इस महापंचायत का आयोजन किया जाएगा।''
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी कहा है कि किसी को भी क़ानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने सभी से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की।
इसे भी पढ़ें :उत्तरकाशी : हिंदू लड़के-लड़की का प्रेम प्रसंग, लव-जिहाद बताकर माहौल भड़काने वाले कौन हैं ?
उत्तराखंड के पुरोला में पुलिस-प्रशासन के लिए आज का दिन चुनौती भरा साबित होने वाला है, लेकिन एक सवाल ये भी उठता है कि अगर प्रशासन पहले ही हरकत में आ गया होता तो शायद आज ये नौबत ही नहीं आती।
अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।