गणतंत्र क्या सिर्फ़ एक दिवस का नाम है: छात्रों के साथ पूरी शिक्षा व्यवस्था पर हमला!
गणतंत्र सिर्फ़ एक दिवस का नाम नहीं बल्कि हमारे भारत के अस्तित्व का नाम है। जिसकी मूलभावना को हमारा संविधान की प्रस्तावना बख़ूबी प्रस्तुत करती है। लेकिन आज लिखने, बोलने की आज़ादी पर भी प्रतिबंध लगाया जा रहा है। विश्वविद्यालय कैंपस में एक डाक्युमेंट्री की स्क्रीनिंग तक बर्दाश्त नहीं की जा रही। और ये तो सिर्फ़ बानगी है नई शिक्षा नीति के नाम पर छात्रों, शिक्षकों और पूरी शिक्षा व्यवस्था पर हमला है। इस ख़ास एपिसोड में इसी सब पर विशेष बातचीत।
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