पंजाब में किसानों का आंदोलन : सात ट्रेनें रद्द, 13 का मार्ग बदला गया
पंजाब के विभिन्न हिस्सों में किसानों के ‘‘रेल रोको’’ आंदोलन के कारण जम्मू और कटरा रेलवे स्टेशनों पर श्रद्धालुओं समेत बड़ी संख्या में यात्री फंसे हुए हैं और सात ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है तथा 13 का मार्ग बदला गया है।
कई किसान संगठनों के सदस्यों ने हालिया बाढ़ से हुई क्षति के लिए आर्थिक पैकेज, न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और कर्ज माफी जैसी मांगों को लेकर बृहस्पतिवार से अपना तीन दिवसीय आंदोलन शुरू किया है।
प्रदर्शन के तहत किसान मोगा, होशियारपुर, गुरदासपुर, जालंधर, तरन तारन, संगरूर, पटियाला, फिरोजपुर, बठिंडा और अमृतसर समेत कई जगहों पर रेल की पटरियों पर बैठे हुए हैं।
#WATCH | Punjab: Farmers, under the aegis of Kisan Mazdoor Sangharsh Committee, continue to sit on railway tracks as they stage a 'Rail Roko Andolan' over their demands, including Committee for MSP, withdrawal of cases regarding agitation in Delhi and compensation & jobs for… pic.twitter.com/sjpuwNhhfJ
— ANI (@ANI) September 29, 2023
रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी प्रतीक श्रीवास्तव ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘आंदोलन के कारण कई ट्रेनें प्रभावित हुई हैं, लेकिन 60 से 70 प्रतिशत ट्रेनों को अलग मार्ग से भेजा जा रहा है। ट्रेन यातायात पर नजर रखने तथा यात्रियों को कम से कम असुविधा हो, यह सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को 24 घंटे ड्यूटी पर लगाया गया है।’’
रेलवे अधिकारियों ने कहा कि अब तक 13 ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित किया गया है और आंदोलन के कारण सात ट्रनों को रद्द कर दिया गया है।
श्रीवास्तव ने कहा कि आंदोलन ने अंबाला और फिरोजपुर रेलवे मंडलों को सीधे प्रभावित किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘ट्रेनों का यहां से नकोदर इलाका (पंजाब में) होते हुए मार्ग बदला गया है। जालंधर सबसे अधिक प्रभावित इलाका है। कटरा के लिए दो विशेष ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। शिवशक्ति ट्रेन को भी रद्द कर दिया गया है।’’
अधिकारी ने कहा कि हर दिन 15,000 से 20,000 लोग कटरा स्टेशन पहुंचते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इनमें से 70 प्रतिशत श्रद्धालु होते हैं। आंदोलन के कारण कुछ ट्रेनें प्रभावित हुई हैं और यात्रियों को लाने-ले जाने के लिए अधिकतर ट्रेनों का मार्ग बदला जा रहा है।’’
जम्मू और कटरा रेलवे स्टेशनों पर फंसे हुए यात्रियों की संख्या बढ़ रही है और ट्रेनों के रद्द होने तथा मार्ग परिवर्तन से उन्हें असुविधा हो रही है।
गोरखपुर के अरविंद कुमार ने कहा, ‘‘हम रेलवे स्टेशन पर फंसे हुए हैं। हमें नहीं पता क्या करना है। हमें घर पहुंचना है। लेकिन अब वे कह रहे हैं कि ट्रेनों का मार्ग बदला जाएगा...। यह हमारे लिए समस्या पैदा कर रहा है।’’
माता वैष्णो देवी के दर्शन के बाद घर लौट रहे छत्तीसगढ़ के बिहारी लाल रेलवे स्टेशन पर फंसे हुए हैं।
लाल ने कहा, ‘‘ट्रेन रद्द होने के बाद हम यहां कल से फंसे हुए हैं। हमें नहीं पता कि हमें क्या करना है। कोई हमारी समस्या नहीं सुन रहा है। हमारे समूह में आठ लोग हैं जिनमें बच्चे भी हैं।’’
अहमदाबाद के सूरज सिंह 11 लोगों के साथ कश्मीर यात्रा के बाद घर लौट रहे थे और उन्हें घर जाने के लिए ट्रेन पकड़नी थी। सिंह को बताया गया कि उनकी ट्रेन रद्द हो गई है।
उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने हमें कल आने के लिए कहा है। हम कहां ठहरेंगे? एक होटल में रहने का खर्चा 10,000 रुपये से 15,000 रुपये है। टैक्सी ऑपरेटर दिल्ली जाने के लिए 35,000 रुपये मांग रहे हैं।’’
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)
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