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भारतीय टीम ने एक बार फिर किया 'चोक', न्यूज़ीलैंड बना विश्व टेस्ट चैंपियन

न्यूजीलैंड ने पहली विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) का खिताब जीता। यह न्यूजीलैंड का पहला आईसीसी ख़िताब है, जबकि दूसरी तरफ भारतीय टीम को एक और आईसीसी ख़िताब के नॉकऑउट मैच में हार मिली। एकबार देखते हैं इस मैच के बाद दोनों कप्तान ने क्या कहा।
भारतीय टीम ने एक बार फिर किया 'चोक', न्यूज़ीलैंड बना विश्व टेस्ट चैंपियन

न्यूजीलैंड ने अपने दो सबसे अनुभवी बल्लेबाजों रोस टेलर और कप्तान केन विलियमसन की प्रतिबद्ध पारियों से भारत को बुधवार को यहां आठ विकेट से हराकर पहली विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) का खिताब जीता। यह न्यूजीलैंड का पहला आईसीसी ख़िताब है,जबकि दूसरी तरफ भारतीय टीम को एक और आईसीसी ख़िताब के नॉकऑउट मैच में हार मिली। 2013 के आईसीसी वनडे चैपियनशिप के फाइनल के बाद से भारत कोई भी ख़िताबी मैच नहीं जीत सका है। हालाँकि इस दौरान टीम कई बार फाइनल, सेमीफाइनल और कॉटरफाइनल में पहुंची है लेकिन बड़े मौको पर टीम ने 'चोक' किया है। हालाँकि विश्व क्रिकेट में चोकर का टैग साउथ अफ्रिका को दिया गया है क्योंकि टीम साल भर अच्छा करती है परन्तु बड़े मौको पर वो अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाती है। पिछले कुछ सालों में ख़ासकर कप्तान विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया का भी यही हाल दिख रहा है। कोहली के कप्तानी में सीनियर टीम कोई भी बड़ा ख़िताब जीतने में नाकमयाब रही है। जबकि इस दौरन द्विपक्षीय मैचों में टीम का प्रदर्शन शानदार रहा है। इसे लेकर कई जानकारों का मानना है कि कोहली की कप्तानी में टीम बड़े मैचों का दबाब झेल नहीं पा रही है। एकबार देखते इस मैच के बाद दोनों कप्तान ने क्या कहा -

ख़ास है ये अहसास, विलियमसन ने जीत का श्रेय अपने खिलाड़ियों को दिया

भारत को हराकर विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप जीतने वाले न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने इसे ‘खास अहसास’ बताते हुए अपनी सिताराहीन टीम को श्रेय दिया जो मैच में पूरे मैच में प्रतिस्पर्धी प्रदर्शन करने में कामयाब रही ।

विश्व क्रिकेट के ‘भद्र पुरूषों’ ने दिखा दिया कि वे हमेशा पीछे रहने वालों में से नहीं हैं। भारत जैसी मजबूत टीम कोह राकर वनडे विश्व कप फाइनल 2015 और 2019 हारने के उनके जख्मों पर मरहम लगा होगा।

विलियमसन ने भारत पर मिली जीत को सर्वोपरि कहा लेकिन इसे क्रिकेट में न्यूजीलैंड की सबसे बड़ी उपलब्धि कहने से रूक गए।

उन्होंने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा ,‘‘मैं कुछ समय से ही न्यूजीलैंड क्रिकेट का हिस्सा हूं। यह खास अहसास है । पहली बार हमने विश्व खिताब जीता है।’’

उन्होंने कहा ,‘‘पिछले दो साल में हमारे 22 खिलाड़ियों, सहयोगी स्टाफ और इस मैच को खेलने वाली टीम ने अहम भूमिका निभाई। हमारे पास हमेशा सितारा खिलाड़ी नहीं होते लेकिन हमने एक ईकाई के रूप में प्रतिस्पर्धी प्रदर्शन किया।’’

विलियमसन ने कहा ,‘‘यह सर्वोच्च शिखर है। भारत जैसी मजबूत टीम सामने थी। 2019 भी बड़ा मौका था और मैच भी शानदार था।’’ 

उन्होंने कहा ,‘‘लेकिन नतीजा अपने पक्ष में रहने से अलग ही अनुभव होता है।’’

टीम को मिली ‘भद्र पुरूषों ’ की संज्ञा पर उन्होंने कहा ,‘‘लोग इस पर प्रतिक्रिया दे सकते हैं या हमें यह कहकर बुला सकते हैं, लेकिन हमारे लिये एक ईकाई के रूप में अच्छा क्रिकेट खेलने से बढकर कुछ नहीं । इसके साथ ही आचरण भी बहुत अहम है।”

भारत समेत दुनिया भर में न्यूजीलैंड के क्रिकेटरों के प्रशंसकों की कमी नहीं और विलियमसन ने उम्मीद जताई कि इस जीत के बाद भी कुछ बदलेगा नहीं ।

उन्होंने कहा ,‘‘यह अच्छा लगता है कि हम भारत की दूसरी पसंदीदा टीम है। उम्मीद है कि यह बरकरार रहेगा । यह अच्छा मैच था जो खेलभावना के साथ खेला गया । मैच में जीत हार चलती रहती है।’’

न्यूजीलैंड ने इससे पहले 2000 में आईसीसी नॉकआउट खिताब जीता था और यह उसका दूसरा अंतरराष्ट्रीय खिताब है।

कप्तान ने कहा, ‘‘हमारे लिए यह इतिहास का गौरवशाली पल है। हम एक टीम के रूप में अच्छा प्रदर्शन करने पर डटे रहे और जीत ने इसे अद्भुत अहसास में बदल दिया।’’

भारतीय कप्तान विराट कोहली ने भविष्य में विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का फैसला तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला के जरिये कराने की मांग की है। इस पर विलियमस ने कहा कि दोनों तरफ से तर्क वितर्क होंगे लेकिन आईसीसी के लिये कार्यक्रम तैयार करना मुश्किल होगा।

सही मानसिकता वाले सही लोगों की जरूरत, कोहली ने टेस्ट टीम में बदलाव के संकेत दिये

न्यूजीलैंड के हाथों विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में मिली हार के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टेस्ट टीम में बदलाव के संकेत देते हुए कहा कि प्रदर्शन की समीक्षा के बाद सही लोगों को लाया जायेगा जो अच्छे प्रदर्शन के लिये सही मानसिकता के साथ उतरें।

भारतीय बल्लेबाजों ने फाइनल में निराश किया जिससे टीम को आठ विकेट से पराजय झेलनी पड़ी। कोहली ने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन कहा कि कुछ खिलाड़ी रन बनाने का जज्बा ही नहीं दिखा रहे हैं।

सीनियर बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने 54 गेंद में आठ रन बनाये और अपने पहले रन के लिये 35 गेंद खेली। उसके बाद दूसरी पारी में 80 गेंद में 15 रन बनाये। न्यूजीलैंड ने 139 रन का लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया।

कोहली ने मैच के बाद आनलाइन प्रेस कांफ्रेंस में कहा,‘‘हम आत्ममंथन करते रहेंगे और इस पर बात होती रहेगी कि टीम को मजबूत बनाने के लिये क्या करना चाहिये। एक ही ढर्रे पर नहीं चलेंगे।’’

समझा जाता है कि कुछ सीनियर खिलाड़ियों को समय दिया जायेगा और इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन करके ही वे टीम में अपनी जगह बचा सकेंगे।

उन्होंने कहा,‘‘हम एक साल तक इंतजार नहीं करेंगे। आप हमारी सीमित ओवरों की टीम देखें तो हमारे पास गहराई है और खिलाड़ी आत्मविश्वास से भरे हैं। टेस्ट क्रिकेट में भी इसकी जरूरत है।’’

कोहली ने कहा ,‘‘हमें नये सिरे से समीक्षा करके योजना बनानी होगी और यह समझना होगा कि टीम के लिये क्या असरदार है और हम कैसे बेखौफ खेल सकते हैं। सही लोगों को लाना होगा जो अच्छे प्रदर्शन की सही मानसिकता के साथ उतरें।’’

मौजूदा टीम प्रबंधन के लिये 80 गेंद में 50 रन 80 गेंद में 15 रन से अधिक कीमती है। अति रक्षात्मक मानसिकता से आने वाले बल्लेबाजों पर दबाव बनता है। केन विलियमसन ने पहली पारी में सात रन बनाये लेकिन दूसरी पारी में आखिरी सत्र में जरूरत के समय 80 गेंद में अर्धशतक जमाया।

कोहली ने कहा, ‘‘खेल में अपने प्रदर्शन में लगातार सुधार जरूरी है। खासकर जब आप लगातार कई साल से नंबर एक टीम हैं तो अचानक आपका स्तर नहीं गिर सकता।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम ये फैसले लेंगे और इस पर बात करेंगे।’’

उन्होंने न्यूजीलैंड जैसे शानदार गेंदबाजी आक्रमण के सामने रन बनाने के बारे में भी बात की । उन्होंने कहा ,‘‘ हमें इस पर काम करना होगा कि रन कैसे बनाये जायें । हमें मैच को अपने हाथ से निकलने नहीं देना है । मुझे नहीं लगता कि कोई तकनीकी परेशानी है।’’

कोहली ने कहा ,‘‘ यह जागरूकता की और गेंदबाजों का निडर होकर सामना करने की बात है । गेंदबाजों को लंबे समय तक एक ही जगह गेंदबाजी के मौके नहीं देने हैं बशर्ते गेंद जबर्दस्त स्विंग नहीं ले रही हो जैसा पहले दिन हुआ था।’’

उन्होंने बल्लेबाजों से सुनियोजित जोखिम लेने और क्रीज पर डटे रहने के बीच संतुलन बनाने के लिये कहा । उन्होंने कहा ,‘‘ फोकस रन बनाने पर होना चाहिये, विकेट गंवाने की चिंता पर नहीं । इसी तरह से विरोधी टीम पर दबाव बना सकते हैं वरना आप आउट होने के डर से खेलेंगे । आपको सुनियोजित जोखिम लेना ही होगा।’’

क्या रहा मैच का हाल

न्यूजीलैंड ने भारत को बुधवार को यहां फाइनल के छठे और सुरक्षित दिन आठ विकेट से हराकर पहली विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का खिताब जीता।

भारत अपनी दूसरी पारी में 170 रन ही बना पाया जिससे पहली पारी में 32 रन की बढ़त हासिल करने वाले न्यूजीलैंड को 139 रन का लक्ष्य मिला। उसने रोस टेलर (नाबाद 47) और कप्तान केन विलियमसन (नाबाद 52) के बीच तीसरे विकेट के लिये 96 रन की अटूट साझेदारी से दो विकेट पर 140 रन बनाये।

बारिश से प्रभावित इस मैच में भारत ने अपनी पहली पारी में 217 रन बनाये थे जिसके जवाब में न्यूजीलैंड 249 रन बनाने में सफल रहा था।

(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ )

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