सुरक्षा परिषद से पारित हुआ ग़ाज़ा में मानवीय मदद बढ़ाने की मांग वाला प्रस्ताव
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने गाजा में मानवीय सहायता बढ़ाने की मांग संबंधी एक प्रस्ताव अंगीकार किया है लेकिन इसमें युद्धविराम का कोई जिक्र नहीं है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा कि सहायता प्रभावी ढंग से मिले इसके लिए युद्धविराम की बेहद ‘आवश्यकता’ है।
"The magnitude of hostilities between #Israel & Hamas & the scope of death & destruction in #Gaza have been unprecedented & unbearable to witness," UN Special Coordinator @TWennesland told Security Council members.
His full remarks 👇https://t.co/EYyZlJt5oe— UNSCO (@UNSCO_MEPP) December 19, 2023
संयुक्त अरब अमीरात द्वारा तैयार किए गए इस प्रस्ताव पर कई दिनों तक गहन विचार विमर्श हुआ, इसके बाद 15 देशों की परिषद ने शुक्रवार को इसे अंगीकार कर लिया। इस प्रस्ताव के पक्ष में 13 वोट पड़े, विरोध में एक भी वोट नहीं पड़ा वहीं, रूस और अमेरिका मतदान में शामिल नहीं हुए।
इस प्रस्ताव में युद्धविराम का कोई जिक्र नहीं है और इस कारण से विशेषज्ञों ने इसे ‘कमजोर’ करार दिया।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने प्रस्ताव के अंगीकार किए जाने के बाद संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में पत्रकारों से कहा कि गाजा में लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए मानवीय युद्धविराम ही एकमात्र तरीका है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि आज का सुरक्षा परिषद का प्रस्ताव अंततः ऐसा करने में मदद कर सकता है, लेकिन अब भी बहुत कुछ किए जाने की जरूरत है।’
गाजा में इजराइल की ओर से शुरू किए गए युद्ध में अब तक 20,000 से अधिक फलस्तीनी नागरिकों की मौत हो चुकी है। गाजा के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)
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