कासगंज दंगे: तबाही करती है सब बयाँ ख़ुद ही
कासगंज में भड़की हिंसा के निशान कुछ दिनों में मिटने वाले नहीं I इसमें क्या कुछ राख़ हो गया है वो सालों तक यहाँ के लोगों को याद रहेगा I
कासगंज में भड़की हिंसा के निशान कुछ दिनों में मिटने वाले नहीं I इसमें क्या कुछ राख़ हो गया है वो सालों तक यहाँ के लोगों को याद रहेगा I क्या आग लगाने वाले सोचते होंगे कि जलती इमारतों में कितना कुछ है जो कभी ज़िन्दा था I
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