मीडिया को मिले डर से आज़ादी
बोल के लब आज़ाद है तेरे के इस एपिसोड वरिष्ठ पत्रकार अभिसार शर्मा 73 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मीडिया की आज़ादी की बात कर रहे हैं। आज़ादी के 72 साल बाद भी आज संस्थायें आज़ाद नहीं है। मीडिया का तो बुरा हाल है। ज्यादातर मीडिया सरकार की चाटुकारिता में लगी हुई है और जो लोग सरकार से सवाल पूछते हैं उन पर तरह -तरह के हमले किये जा रहे हैं।
बोल के लब आज़ाद है तेरे के इस एपिसोड वरिष्ठ पत्रकार अभिसार शर्मा 73 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मीडिया की आज़ादी की बात कर रहे हैं। आज़ादी के 72 साल बाद भी आज संस्थायें आज़ाद नहीं है। मीडिया का तो बुरा हाल है। ज्यादातर मीडिया सरकार की चाटुकारिता में लगी हुई है और जो लोग सरकार से सवाल पूछते हैं उन पर तरह -तरह के हमले किये जा रहे हैं।
अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।