आतंकवादियों के ख़िलाफ़ सेना का अभियान, पुंछ और राजौरी में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद
जम्मू-कश्मीर में हाल में सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर किए गए आतंकवादी हमले में शामिल आतंकवादियों की तलाश में सुरक्षाबलों की ओर से जारी अभियान के बीच पुंछ और राजौरी जिलों में शनिवार तड़के मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
आतंकवादियों द्वारा सेना के वाहनों पर किए गए हमले में पांच सैनिक शहीद हो गए थे।
हमले के संबंध में सेना द्वारा कथित तौर पर पूछताछ के लिए बुलाए गए तीन लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो सामने आए हैं जिनमें संदिग्धों को कथित तौर पर प्रताड़ित करते दिखाया गया है। इन वीडियो के सामने आने के बाद लोगों में रोष है। इन घटनाओं के बीच दोनों सीमावर्ती जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया।
सेना और नागरिक प्रशासन के अधिकारियों ने इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी नहीं की है। एक आधिकारिक सूत्र ने कहा कि अफवाहों को रोकने और उपद्रवी तत्वों को कानून व्यवस्था में बाधा उत्पन्न करने से रोकने के लिए पुंछ और राजौरी जिलों में एहतियात के तौर पर मोबइल इंटरनेट सेवाएं बंद की गई हैं।
सूत्रों ने बताया कि सेना, पुलिस और नागरिक प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और शांति बनाए रखने के लिए जिलों के संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस तथा अर्धसैनिक बल तैनात किए गए हैं।
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में बृहस्पतिवार को सैन्यकर्मियों को एक घेराबंदी और तलाशी अभियान स्थल पर ले जा रहे वाहनों पर सुरनकोट थाना क्षेत्र में ढेरा की गली और बुफलियाज के बीच धत्यार मोड़ पर अपराह्न करीब पौने चार बजे हमला किया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि हमले के बाद आतंकियों ने कथित तौर पर कम से कम दो सैनिकों के शवों को क्षत-विक्षत कर दिया और उनमें से कुछ के हथियार लूट लिए।
सेना द्वारा घटना के संबंध में कथित तौर पर पूछताछ के लिए बुलाए गए तीन लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में शुक्रवार को मौत हो गई। सूत्रों ने बताया कि शवों को अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया है और इस संबंध में जांच जारी है।
मृतकों की शिनाख्त टोपा पीर गांव निवासी सफीर हुसैन (43), मोहम्मद शौकत (27) और शब्बीर अहमद (32) के तौर पर हुई है।
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