Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

मणिपुर में हथियार, गोला-बारूद बरामद, तनावपूर्ण स्थिति बरक़रार

‘‘गोलीबारी की छोटी-मोटी घटनाओं और कुछ जगहों पर प्रदर्शनकारियों के एकत्र होने से राज्य में स्थिति तनावपूर्ण है।’’
manipur
फाइल फ़ोटो। PTI

सुरक्षा बलों के तलाशी अभियान के दौरान हिंसा प्रभावित मणिपुर के विभिन्न जिलों से आठ आग्नेयास्त्र, 112 कारतूस तथा छह विस्फोटक बरामद किए गए। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

पुलिस ने एक बयान में बताया कि यह बरामदगी बुधवार को बिष्णुपुर, चुराचांदपुर, तेंगनौपाल, कांगपोकपी और इंफाल वेस्ट जिलों से की गई।

बयान में बताया गया है ‘‘गोलीबारी की छोटी-मोटी घटनाओं और कुछ जगहों पर प्रदर्शनकारियों के एकत्र होने से राज्य में स्थिति तनावपूर्ण है।’’

तेंगनौपाल जिले में तलाशी अभियान के दौरान छह बंकर भी नष्ट कर दिये गए।

पुलिस ने बताया कि मंगलवार को नशीले पदार्थ और सीमा मामले (एनएबी) के अधिकारियों ने असम के चार लोगों को इंफाल ईस्ट जिले के मंत्रीपुखरी क्षेत्र से कोडीन फॉस्फेट, एक ओपिओइड एनाल्जेसिक सिरप की 1,240 शीशी के साथ गिरफ्तार किया।

मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद झड़पें शुरू हुई थीं। राज्य में हुई हिंसा में अब तक 160 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।

मणिपुर की 53 प्रतिशत आबादी मेइती समुदाय की है और यह मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहती है। वहीं, नगा और कुकी जैसे आदिवासी समुदायों की आबादी 40 प्रतिशत है और यह मुख्यत: पर्वतीय जिलों में रहती है।

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest