नीतीश कुमार शाम 4 बजे कर सकते हैं राज्यपाल से मुलाकात, स्पीकर 24 घंटों में ही कोरोना से उबरे
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक बड़ा राजनीतिक कदम उठाए जाने संबंधी अटकलों के बीच मंगलवार को यहां सत्तारूढ़ जनता दल (यूनाइटेड) और विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की समानांतर बैठकें हो रही हैं।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि जदयू के सांसदों और विधायकों की बैठक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में उनके आधिकारिक आवास एक अणे मार्ग पर हो रही है।
वहीं विपक्षी पार्टी राजद के विधायकों की बैठक पार्टी के नेता तेजस्वी यादव ने अपनी मां एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी के दस सर्कुलर रोड स्थित आवास पर बुलाई है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के आवास पर बैठक कर रही है जिसमें पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष संजय जायसवाल भी मौजूद हैं।
जदयू से जुड़े कई सूत्रों ने इस बात से इनकार किया कि भाजपा के साथ पार्टी के संबंध इस हद तक बिगड़ गए हैं कि फिर से गठबंधन की बात करनी पड़े।
राज्यसभा सदस्य राम नाथ ठाकुर ने कहा, ‘‘ हमारी पार्टी ने अतीत में भी सांसदों और विधायकों की ऐसी कई बैठकें की हैं। हमें बताया गया है कि मौजूदा बैठक संगठनात्मक मामलों पर चर्चा के लिए बुलाई गई है। राजग में किसी बड़े संकट के बारे में कभी नहीं सुना।
नीतीश की एक अन्य करीबी लेसी सिंह ने कहा, ‘‘मैं पिछले चार या पांच दिनों से बाहर हूं। लेकिन मुझे इस बात का इल्म है कि चीजें किस प्रकार रही हैं। राजग सरकार के समक्ष कोई बड़ा संकट नहीं है...।’’
सिंह विधायक हैं और नीतीश कुमार मंत्रिमंडल में मंत्री भी हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी मुख्यमंत्री द्वारा लिए गए किसी भी निर्णय का पालन करेगी।
राजद के युवा विधायक चेतन आनंद ने कहा, ‘‘राजनीतिक गठजोड़ की अफवाहें कुछ समय से हैं। पार्टी नेतृत्व द्वारा लिये गये निर्णय से निश्चित रूप से सभी को अवगत कराया जायेगा।’’
कयास लगाए जा रहे हैं कि नीतीश भाजपा वाली प्रदेश की एनडीए सरकार का दामन छोड़ कर मुख्य विपक्षी पार्टी राजद के साथ जा सकते हैं।
मौजूदा समय में जदयू के पास 45 विधायक हैं। यदि वह भाजपा से अलग होने का फैसला करती है तो उसे एक बार फिर सरकार बनाने के लिए कम से काम 77 विधायकों की जरूरत होगी। और सरकार गिरने पर यदि राजद सरकार बनाने के लिए समर्थन देने की प्रतिबद्धता दिखाता है तो उसके 79 विधायकों का समर्थन जुटाकर आसानी से बहुमत के आँकड़े को पार कर लेंगे। इसमें अगर कांग्रेस के 19 और कम्युनिस्ट पार्टी के 12 और जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के 4 विधायकों को और जोड़ लें तो नीतीश के पास बहुमत से कई ज्यादा 159 विधायकों का समर्थन होगा।
नीतीश कुमार शाम करीब चार बजे कर सकते हैं राज्यपाल से मुलाकात
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात करने के लिए आज यानी मंगलवार को शाम चार बजे का वक्त मांगा हैं। घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने यह बात बताई।
जदयू से जुड़े सूत्रों के अनुसार, कुमार मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे लेकिन वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मंत्रियों के स्थान पर उन पार्टियों के सदस्यों को मंत्री बनाने की मांग कर सकते हैं, जो उनकी पार्टी को सरकार चलाने के लिए समर्थन देगीं।
बिहार में राजनीतिक सरगर्मियां तेज, स्पीकर एक ही दिन में कोरोना वायरस संक्रमण से उबरे
बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी, लेकिन एक दिन बाद सिन्हा ने कहा कि उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
बिहार में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं, ऐसे में विधानसभा के अध्यक्ष पर इस बात को लेकर सबकी नजरें टिकी हैं कि कोई नया गठबंधन बनने की सूरत में वह क्या कदम उठाएंगे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक सिन्हा ने ट्विटर पर बताया कि सोमवार को उनकी जो रिपोर्ट आई है, उसमें उनमें कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं पाया गया है।
एक दिन पहले उनमें संक्रमण की पुष्टि हुई थी। दो दिन में दो विरोधाभासी खबरें आने पर लोग माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर अलग अलग प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कुछ लोगों ने सिन्हा के एक ही दिन में ठीक हो जाने पर आश्चर्य व्यक्त किया।
(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ)
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