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मध्‍य प्रदेश: भाजपा के सबसे अमीर विधायक को कड़ी टक्कर दे रहा है मोटरसाइकिल वाला उम्‍मीदवार

कांग्रेस उम्मीदवार पारस सकलेचा मोटरसाइकिल पर प्रचार कर रहे हैं जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी, सबसे अमीर विधायक, महंगी कारों के काफिले में प्रचार कर रहे हैं।
mp

रतलाम: रात के आठ बजकर पैंतालीस मिनट, रतलाम के व्यस्त मालवीय नगर बाजार क्षेत्र में एक बाइक दिखाई देती है जिस पर रतलाम विधानसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार पारस सकलेचा बैठे हैं। वह यहां दिन भर चले जनसंपर्क अभियान के बाद 2,000 से अधिक लोगों की एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करने के लिए निकले थे।

जैसे ही सकलेचा बाइक से उतरकर मंच की ओर बढ़े लोगों का एक समूह उनसे हाथ मिलाने के लिए होड़ करने लगा और बिखरी भीड़ खाली कुर्सियों पर भर गई। रात 9:30 बजे जब उन्होंने माइक संभाला, तो विश्व कप में अफगानिस्तान के खिलाफ ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ग्लेन मैक्सवेल की पारी दर्शकों को मोबाइल स्क्रीन से चिपकाए हुए थी लेकिन भीड़ उम्मीदवार को सुनने के लिए पिन ड्रॉप साइलेंस बनाए हुए थी।

सकलेचा लोकप्रिय हैं क्योंकि वह 2008 में मध्य प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री, भारतीय जनता पार्टी के हिम्मत कोठारी को हराकर रतलाम के मेयर के साथ-साथ स्वतंत्र विधायक भी बने थे। व्यापम घोटाले को उजागर करने और 2017 मंदसौर पुलिस फायरिंग के विरोध में सकलेचा की भूमिका और सरकार के बारे में उनकी समझ उल्लेखनीय है और इससे उन्हें जनता के बीच सम्मान मिला है। यही कारण है कि उन्हें सुनने के लिए दूर-दराज के इलाकों से लोग पहुंचे थे।

कांग्रेस उम्मीदवार मध्य प्रदेश के सबसे अमीर विधायक और रतलाम शहर से भाजपा उम्मीदवार चेतन कश्यप के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। चेतन कश्यप एक व्यवसायी हैं जिनकी घोषित आय 296 करोड़ रुपये है और जिनके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 नवंबर को रतलाम में एक रैली की थी।

7 नवंबर की रैली में, सकलेचा ने अधूरे वादों, बेरोजगारी के आंकड़ों पर झूठ, शहर के अविकसित होने, खस्‍ताहाल सड़कों और अन्य मुद्दों पर अपनी बुद्धि और व्‍यवहार कुशलता से अपने प्रतिद्वंद्वी को आड़े हाथों लिया।

एक दशक पहले नल से पानी पहुंचाने के भाजपा उम्मीदवार के अधूरे वादे की ओर जनता का ध्यान आकर्षित करने के लिए सकलेचा ने शायर राहत इंदौरी की मशहूर पंक्तियां पढ़ीं, "झूठ से, सच से, जिसमें भी हो यारी रखें, आप अपनी तकरीर जारी रखें। बात मन की करें या वतन की करें, जो भी करें, आवाज़ भारी रखें।” (सार- अपनी आवाज को जोर से और स्पष्ट रूप से उठाना जारी रखें)।

इस पर दर्शकों ने तालियां और सीटियां बजाईं।

सकलेचा ने कहा कि हाईवे पर एक बिलबोर्ड लगाया गया था जिसमें कहा गया था कि भाजपा सरकार 75,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश लेकर आई और 1.72 लाख लोगों को रोजगार दिया। “मेरे द्वारा उजागर करने के बाद ही इसे हटाया गया। वह धोखे और झूठ से मतदाताओं को लुभाना चाहते थे।”

“बहुप्रचारित” लाडली बहना योजना को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “जब मुख्यमंत्री चौहान को पता चला कि राज्य में 15 साल तक असफल रहने के बाद उन्हें इस चुनाव में बाहर किया जा सकता है तो वह लाडली बहना योजना लेकर आए। प्रत्येक महिला को 1,500 रुपये देने का वादा किया गया था लेकिन बाद में इसे घटाकर 1,000 रुपये कर दिया गया। उन्होंने राशि बढ़ाकर 1,250 रुपये कर दी और अब इसे 3,000 रुपये तक बढ़ाने का वादा किया है। जब वह निश्चित रूप से दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बनने जा रहे हैं तो वह इसे कैसे बढ़ाएंगे 3,000 रुपये तक?"

सकलेचा ने पुरानी पेंशन योजना को पुनर्जीवित करने, रिक्त सरकारी पदों को भरने, स्कूली छात्रों को 500 से 1,500 रुपये का मासिक वजीफा, सब्सिडी वाली एलपीजी और अन्य के कांग्रेस के वादे को दोहराया। उन्होंने वादा किया, ''हमारी सरकार एक परिवार की महिलाओं और बच्चों को साल में 60,000 रुपये देगी।''प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं के लिए मुफ्त कोचिंग सेंटर चलाने वाले कांग्रेस उम्मीदवार ने पार्टी घोषणापत्र के अलावा शहर के विकास के लिए 10 सूत्री एजेंडे की घोषणा की।

उनके कुछ वादे हैं जैसे कि एक शैक्षिक केंद्र विकसित करना, पुराने शहर में मल्टी-लेयर पार्किंग, सड़कों की उचित मरम्मत, सोने के कारोबार को बढ़ावा देने के लिए सोने के मेले और कार्यशालाएं विकसित करना जिसके लिए रतलाम जाना जाता है।

उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी के रतलाम को मेट्रो सिटी बनाने के वादे पर निशाना साधते हुए कहा, ''बीजेपी नेता रतलाम को मेट्रो सिटी बनाने का वादा करते हैं लेकिन मेट्रो बनने के लिए शहर की आबादी 1 करोड़ होनी चाहिए। लेकिन शहर की आबादी 2011 की जनगणना के अनुसार, तीन लाख से अधिक है। भाजपा नेता को बताना चाहिए कि वह यह कैसे करेंगे? कहां से लाएंगे 97 लाख लोग? बताओ, आप लोगो को बहुत मेहनत करनी पड़ेगी?" इस पर दर्शक खूब हंसे।

उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार को खुली बहस की चुनौती भी दी।

हालांकि रैली अचानक समाप्त हो गई जैसे ही घड़ी में रात 10 बजे का समय आया जो चुनाव आयोग द्वारा चुनाव अभियान समाप्त करने का समय था।

भीड़ तितर-बितर होने पर दर्शकों में से एक प्रकाश जैन को अपने दोस्त रईस खान से यह कहते हुए सुना गया, "उन्होंने मुद्दे पर बात की। शहर का विकास बहुत देर से हुआ है। सड़कों और पानी की व्यवस्था को ठीक करने की जरूरत है।" उन्होंने कहा, "जल निकासी पाइपलाइन बिछाने की 200 करोड़ रुपये की योजना भ्रष्टाचार में डूबी हुई है।"

सिर्फ मतदाता ही नहीं, सकलेचा विपक्षी खेमे में भी लोकप्रिय हैं लेकिन उनकी छवि को तब बड़ा झटका लगा जब 2013 में उनकी विधानसभा सदस्यता को अदालत ने अयोग्य घोषित कर दिया।

नाम न छापने का अनुरोध करते हुए एक बीजेपी नेता ने कहा, 'केवल एक चीज जो उनके खिलाफ जाती है वह यह है कि उन्होंने वर्षों में कई पार्टियां बदलीं और हाई कोर्ट के फैसले ने उनकी छवि को नुकसान पहुंचाया है।'

सकलेचा 2008 में पूर्व मंत्री और भाजपा नेता हिम्मत कोठारी को 31,000 वोटों के अंतर से हराकर विधानसभा के सदस्य बने।

कोठारी ने जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 100 (1) के तहत उच्च न्यायालय में याचिका दायर की, जिसमें सकलेचा पर चुनाव में भ्रष्ट आचरण का उपयोग करने का आरोप लगाया गया।

अप्रैल 2013 को, मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने उनकी उम्मीदवारी को 'शून्य' घोषित करते हुए, उनके विधान सभा में कार्यकाल के पांच साल पूरे होने से ठीक छह महीने पहले लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 के तहत चुनावों में भ्रष्ट आचरण का दोषी मानते हुए उनके चुनाव को रद्द कर दिया।

बाद में सकलेचा को जून 2013 में राहत मिली जब सुप्रीम कोर्ट ने उनकी विधानसभा सदस्यता बहाल कर दी लेकिन तब तक उच्‍च न्‍यायलय के आदेश ने उनकी छवि को नुकसान पहुंचाया था।

दर्शकों में से एक अन्य सदस्य गिरिजा शंकर उपाध्याय ने कहा, "यह पिछले चुनावों के विपरीत एक कठिन लड़ाई है। सकलेचा आखिरी व्यक्ति थे जो पिछले 30 वर्षों में भाजपा को हराने में सफल रहे।" उन्होंने कहा, "इस बार यह लड़ाई लक्ष्मी जी (धन की देवी) और सरस्वती जी (शिक्षा की देवी) के बीच है। देखते हैं कौन जीतता है।"

बार-बार प्रयास करने के बावजूद, चेतन कश्यप से संपर्क नहीं हो सका। उन्होंने पिछले दो चुनाव - 2013 और 2018 - 40,000 से अधिक वोटों के अंतर से जीते और तीसरी बार बड़ी जीत की उम्मीद कर रहे हैं।

2.13 लाख से अधिक मतदाताओं के साथ, उच्च जाति, मुस्लिम और जैन मतदाताओं का प्रभुत्व है। रतलाम में 17 नवंबर को मतदान होगा और परिणाम 3 दिसंबर, 2023 को घोषित किए जाएंगे।

अंग्रेजी में प्रकाशित इस लेख को पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कीजिए:

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