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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री शिंदे ने मंत्रिमंडल विस्तार किया, 18 मंत्रियों ने ली शपथ

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल समेत 18 विधायकों ने दक्षिण मुंबई में राज भवन में कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली। मंत्रिमंडल में किसी भी महिला को शामिल नहीं किया गया है। 
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फ़ोटो साभार : ट्विटर

मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के 41 दिन बाद एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को अपने दो सदस्यीय मंत्रिमंडल का विस्तार किया।
     
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल समेत 18 विधायकों ने दक्षिण मुंबई में राज भवन में कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली। मंत्रिमंडल में किसी भी महिला को शामिल नहीं किया गया है। 
     
इसके साथ ही महाराष्ट्र के मंत्रिमंडल में सदस्यों की संख्या अब 20 हो गयी है, जो अधिकतम 43 सदस्यों की संख्या से आधी से भी कम है।
     
शिंदे ने 30 जून को मुख्यमंत्री और देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
     
राज्यपाल बी एस कोश्यारी ने मंत्रियों को पद की शपथ दिलायी। यह कार्यक्रम सुबह 11 बजे शुरू होना था लेकिन 15 मिनट की देरी से शुरू हुआ। शपथ लेने वाले मंत्रियों में शिंदे गुट और भाजपा के नौ-नौ सदस्य शामिल हैं।
     
भाजपा की ओर से मंत्रिमंडल में शामिल सदस्यों में राधाकृष्ण विखे पाटिल, सुधीर मुन्गंतीवार, चंद्रकांत पाटिल, विजयकुमार गावित, गिरीश महाजन, सुरेश खडे, रवींद्र चह्वाण, अतुल सावे और मंगलप्रभात लोढा शामिल हैं। 
     
शिंदे गुट से मंत्री पद की शपथ लेने वाले सदस्यों में गुलाबराव पाटिल, दादा भुसे, संजय राठौड़, संदीप भुमरे, उदय सामंत, तानाजी सावंत, अब्दुल सत्तार, दीपक केसरकर और शंभुराज देसाई शामिल हैं।
     
शिंदे के एक सहायक ने बताया कि किसी राज्य मंत्री ने आज शपथ नहीं ली। बाद में फिर मंत्रिमंडल विस्तार होगा।
     
भाजपा ने मुंबई से लोढा को शामिल किया है जबकि शिंदे गुट ने वहां से किसी विधायक को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया। मुंबई महानगरपालिका के चुनाव इस साल होने हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने महाराष्ट्र में मंत्री पद की शपथ लेने वालों को दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री पद की शपथ लेने वाले सभी नेताओं को बधाई दी और कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली इस मंत्रिपरिषद में प्रशासनिक अनुभव और सुशासन प्रदान करने के जज्बे का शानदार मिश्रण है।
    
मोदी ने एक ट्वीट कर कहा, ‘‘महाराष्ट्र सरकार में आज मंत्री के रूप में शपथ लेने वाले सभी नेताओं को बधाई। इस टीम में प्रशासनिक अनुभव और सुशासन प्रदान करने के जज्बे का शानदार मिश्रण है। महाराष्ट्र की जनता की सेवा करने के लिए उन्हें मेरी तरफ से शुभकामनाएं।’’

नए 18 मंत्रियों में से 17 पहले भी रह चुके हैं मंत्री

मुंबई: महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली सरकार के मंगलवार को हुए मंत्रिमंडल विस्तार में शामिल 18 सदस्यों में से 17 पहले भी मंत्री रह चुके हैं।
     
राज भवन में हुए समारोह में 18 मंत्रियों ने शपथ ली है, जिनमें से महज एक सदस्य पहली बार मंत्री बना है। मंत्रिमंडल में किसी भी महिला को शामिल नहीं किया गया है।
     
नए मंत्रियों में शिवसेना के संजय राठौड़ शामिल हैं, जो उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली सरकार में वन मंत्री थे तथा भारतीय जनता पार्टी द्वारा एक महिला की आत्महत्या के लिए उन पर आरोप लगाए जाने के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था।
     
नए मंत्रियों में भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल (63) शामिल हैं, जो दो बार पार्षद रह चुके हैं तथा पश्चिमी महाराष्ट्र से विधायक हैं। वह 2014-19 के दौरान राजस्व एवं लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के मंत्री थे।
     
गिरीश महाजन (62) उत्तरी महाराष्ट्र से भाजपा नेता हैं और उन्होंने छह बार विधानसभा चुनाव जीता है। उन्हें उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का करीबी माना जाता है। राधाकृष्ण विखे पाटिल (63) अहमदनगर जिले से सात बार के विधायक हैं। वह 2014-19 के दौरान कांग्रेस में रहते हुए विधानसभा में विपक्ष के नेता थे लेकिन 2019 में भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीते।
     
सुधीर मुन्गंतीवार (60) विदर्भ के चंद्रपुर जिले से छह बार विधायक चुने गए हैं। 2014-19 के दौरान वह वित्त एवं वन मंत्री थे।
     
भाजपा के ही रवींद्र चह्वाण (51) ठाणे जिले से तीन बार के विधायक हैं। वह 2014-19 के दौरान राज्य मंत्री रह चुके हैं। विजयकुमार गावित (67) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) छोड़कर 2014 में भाजपा में शामिल हुए थे। वह पांच बार विधायक बन चुके हैं। वह उत्तरी महाराष्ट्र के नंदरबार जिले से आते हैं। अतुल सावे (60) मराठावाड़ा (औरंगाबाद जिला) से भाजपा के दो बार के विधायक हैं। वह राज्य में पहले मंत्री रह चुके हैं।
     
मंगल प्रभात लोढ़ा (66) मुंबई से भाजपा के पांच बार विधायक रह चुके हैं। वह पार्टी की मुंबई इकाई के अध्यक्ष भी हैं। प्रतिष्ठित बिल्डर लोढ़ा ने 2014 के विधानसभा चुनाव में अपनी संपत्ति 441 करोड़ रुपये बतायी थी और राज्य के सबसे अमीर विधायक हैं। 
     
सुरेश खडे (64) पश्चिम महाराष्ट्र के सांगली जिले से भाजपा के दो बार विधायक रह चुके हैं। वह राज्यमंत्री हैं। 
     
शिवसेना के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बागी गुट के विधायकों में नौ सदस्यों ने मंत्री पद की शपथ ली है। इनमें उत्तरी महाराष्ट्र के जलगांव जिले से शिवसेना के चार बार के विधायक गुलाबराव पाटिल (56) शामिल हैं। वह उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार में मंत्री थे।
     
उदय सामंत (46) रत्नागिरी जिले से शिवसेना के चार बार के विधायक हैं। वह एमवीए सरकार में मंत्री थे। शिवसेना के संदीपन भुमरे (59) पांच बार विधायक का चुनाव जीत चुके हैं और वह मराठावाड़ा के औरंगाबाद जिले का प्रतिनिधित्व करते हैं। वह पूर्ववर्ती सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। 
     
उत्तरी महाराष्ट्र के नासिक जिले से शिवसेना के चार बार के विधायक दादा भुसे (58) एमवीए सरकार में मंत्री थे। सातारा जिले से शिवसेना के तीन बार के विधायक शंभुराज देसाई (55) एमवीए सरकार में कनिष्ठ मंत्री थे।
     
संजय राठौड़ (51) यवतमाल जिले से चार बार शिवसेना के विधायक रहे हैं। उस्मानाबाद जिले से शिवसेना के विधायक तानाजी सामंत (58) विधान परिषद के पूर्व सदस्य और पूर्व मंत्री हैं।
     
अब्दुल सत्तार (54) मराठावाड़ा से तीन बार के विधायक हैं। वह पहले दो कार्यकाल में कांग्रेस के साथ थे और 2019 में शिवसेना में शामिल हो गए थे। दीपक केसरकार (67) शिवसेना के तीन बार के विधायक हैं। वह सिंधुदुर्ग जिले से आते हैं तथा पहले भी राज्य के मंत्री रह चुके हैं।
मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने ट्वीट कर चुटकी लेते हुए कहा, "एकनाथ शिंदे और देवेन्द्र फड़नवीस प्रधानमंत्री के पदचिन्हों पर चल रहे हैं। दुख हुआ जानकार कि शपथ लेने वाले 18 मंत्रियों में से एक भी महिला नहीं है।"

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ‘वॉशिंग मशीन’ की तरह है: शिव सेना

महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में मंगलवार को शिवसेना के बागी विधायक संजय राठौड़ और अब्दुल सत्तार को शामिल किए जाने के बाद मुंबई की पूर्व महापौर किशोरी पेडनेकर ने तंज कसा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ‘वॉशिंग मशीन’ की तरह है और एक बार जब नेता उनके पाले में चले जाते हैं तो वे बेदाग हो जाते हैं।
     
पूर्ववर्ती उद्धव ठाकरे नीत महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार में शामिल रहे राठौड़ को एक महिला की मौत के मामले को लेकर आरोप लगने के बाद इस्तीफा देना पड़ा था।
     
हाल में सत्तार की तीन बेटियों और एक बेटे का नाम 7,880 अभ्यर्थियों की उस सूची में दिखायी दिया था, जिन्हें शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) 2019-20 में कथित धांधली के संबंध में प्रतिबंधित तथा अयोग्य घोषित कर दिया गया है।
     
राठौड़ तथा सत्तार दोनों को ही शिंदे के मंत्रिमंडल के आज हुए विस्तार में शामिल किया गया है।
     
इन दोनों नेताओं के एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाले मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद शिवसेना के उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले गुट की पेडनेकर ने कहा, ‘‘यह (भाजपा) वॉशिंग मशीन की तरह है। एक बार जब वे वहां चले जाते हैं तो वे बेदाग हो जाते हैं।’’
     
शिंदे ने कहा कि जब महाविकास आघाड़ी सरकार सत्ता में थी तब ही राठौड़ को पुलिस ने क्लीन चिट दे दी थी इसलिए उन्हें राज्य मंत्रिमंडल में शामिल किया गया।

(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ)

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