सभी आरोपों पर न्यूज़क्लिक का बयान
पिछले 12 घंटों में, न्यूज़क्लिक के ख़िलाफ़ कई झूठे और भ्रामक आरोप लगाए गए हैं जो उन मामलों से संबंधित हैं जो कि वर्तमान में भारत में अदालतों के समक्ष विचाराधीन हैं। हम कानूनी प्रक्रिया की शुचिता का सम्मान करते हैं और मीडिया ट्रायल में शामिल होने का हमारा कोई इरादा नहीं है। कुछ पॉलिटिकल एक्टर्स और मीडिया के एक हिस्से द्वारा हमारे ख़िलाफ़ लगाए जा रहे आरोप निराधार हैं, इन आरोपों का कोई तथ्यात्मक या क़ानूनी आधार नहीं है।
न्यूज़क्लिक एक स्वतंत्र समाचार संस्था है, और ऐसा कोई भी आरोप कि हम चीन की कम्युनिस्ट पार्टी या अन्य हितों के मुखपत्र के रूप में कार्य करते हैं, ग़लत और बेबुनियाद है। हम एक बार फिर भारतीय न्यायालयों में अपना विश्वास दोहराते हैं, और आश्वस्त हैं कि न्यूज़क्लिक भारतीय क़ानून के अनुसार कार्य करता रहा है और करता रहेगा।
विशेष रूप से, माननीय दिल्ली उच्च न्यायालय ने प्रथम दृष्टया मामला न्यूज़क्लिक के पक्ष में पाते हुए, कंपनी के विभिन्न अधिकारियों को गिरफ़्तारी से अंतरिम सुरक्षा प्रदान की है। इसके अलावा, एडिशनल चीफ़ मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट (विशेष अधिनियम), दिल्ली ने न्यूज़क्लिक के ख़िलाफ़ आयकर अधिकारियों द्वारा दायर एक शिकायत को ख़ारिज कर दिया है, उन्होंने इस शिकायत में कोई मेरिट नहीं पाई।
प्रबीर पुरकायस्थ
एडिटर इन चीफ़, न्यूज़क्लिक
अंग्रेज़ी में जारी मूल वक्तव्य पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें
अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।