यूपीः सोनभद्र में मिट्टी का टीला ढहने से दब गए चार ग्रामीण, तीन की मौके पर ही मौत
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में मिट्टी का टीला ढहने से चार ग्रामीण दब गए, जिनमें तीन की मौत हो गई। मृतकों में दो महिलाएं शामिल हैं। यह हादसा अनपरा क्षेत्र के झिंगुरदह हनुमान मंदिर के पास शनिवार को हुआ। गड्ढे में दबे एक ग्रामीण को बचा लिया गया। जान गंवाने वाले अपने घर की पोताई के लिए मिट्टी निकाल रहे थे। पोस्टमार्टम के बाद तीनों शवों को परिजनों को सौंप दिया गया। हादसे मे घायल एक ग्रामीण को सोनभद्र के डिबुलगंज संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
सोनभद्र के ओबरा इलाके के बैरपुर ग्राम पंचायत के अलग-अलग मजरों के करीब दर्जन भर लोग एक माल वाहन पर सवार होकर झिंगुरदह पहुंचे और घर की पोताई करने के लिए सफेद मिट्टी निकालने में जुट गए। यह स्थान हनुमान मंदिर के पास पहाड़ी के नीचे है। सभी मजदूरों के पास कुदाल और फावड़ा था। वो मिट्टी निकालकर बोरे में भर रहे थे। इसी दौरान मिट्टी का टीला भर-भराकर ढह गया। कई मजदूरों के मिट्टी में दबने से चीख-पुकार मच गई। अपराह्न करीब 1:30 बजे टीला अचानक भरभराकर गिर गया। शोर सुनकर साथ आए अन्य लोग उस ओर दौड़े। शोर सुनकर आसपास के लोग भी मौके पर पहुंच गए।
टीले में दबे लोगों को निकालने के लिए आनन-फानन में बचाव राहत शुरू किया गया। इसी बीच पुलिस को सूचना दी गई। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने इलाकाई लोगों की मदद से गड्ढे में दबे मदरहा टोला की शिवकुमारी उर्फ लोली (35) पत्नी अमेरिका गुर्जर, रामसूरत भारती (35) पुत्र रामप्यारे, रामेश्वरी देवी (50) पत्नी रामकेश्वर भारती और सागरदह टोला निवासी रामजतन गुर्जर (50) पुत्र रामदुलार को बाहर निकाला। घायलों को जब अस्पताल पहुंचाया गया तो चिकित्सकों ने शिवकुमारी देवी, रामेशर, और रामसूरत को मृत घोषित कर दिया। गंभीर रूप से घायल रामजतन की हालत खतरे से बाहर है।
घटना स्थल पर मौजूद रामजतन भी सफेद मिट्टी (छुई मिट्टी) निकालने के लिए झिंगुरदह पहुंचे थे और वह भी गड्ढे में फंस गए। रामजतन का सिर बाहर था, जबकि शरीर अंदर दबा था। चार लोगों के मिट्टी में दबने से चीख-पुकार मच गई। गर्द के गुबार के बीच लोग दौड़ने लगे। पहले तो समझ में ही नहीं आया कि कितने लोग गड्ढे में दबे हैं। बाद में पता चला कि चार लोग गड्ढे में दब गए हैं।
मौके पर पहुंची पुलिस ने काफी मशक्कत से रामजतन को सुरक्षित बाहर निकाला। उसे डिबुलगंज संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जेसीबी की मदद से अन्य तीनों को बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। सोनभद्र के पिपरी सर्किल के पुलिस क्षेत्राधिकारी अमित कुमार कहते हैं, "घरों की पोताई करने के लिए मिट्टी निकालने के दौरान टीला ढहने से हादसा हुआ। पोस्टमार्टम के बाद तीनों शवों को उनके परिजनों के हवाले कर दिया गया है। घायलों की हालत खतरे से बाहर है।"
हादसे में मारे गए एक ग्रामीण के परिजन रामकुमार गुर्जर के मुताबिक, "सोनभद्र के अनपरा स्थित झिंगुरदह पहाड़ी के पास कोल फील्ड में हैवी ब्लास्टिंग के वजह से मिट्टी का टीला भसक गया, जिसमें चार ग्रामीण दब गए। जिस स्थान पर मिट्टी खोदी जा रही थी उस मिट्टी के लिए आसपास के गांवों के लोग अक्सर खुदाई करने पहुंचते हैं। यह सफेद मिट्टी घर की पुताई के काम में आती है। शादी-विवाह के सीजन में गरीब तबके के लोग इसी मिट्टी से अपने घरों की पुताई करते हैं। यही मिट्टी तीन जिंदगियों को निगल गई। हादसे में मरने वाले सभी ग्रामीण मजदूरी करके अपने परिवार की आजीविका चलाते थे।"
(लेखक बनारस के वरिष्ठ पत्रकार हैं।)
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