विनय हत्याकांड: परिजनों ने की केंद्रीय मंत्री के बेटे की भूमिका की जांच की मांग
केंद्र सरकार के मंत्री कौशल किशोर के बेटे के घर राजधानी लखनऊ में 1 सितम्बर को हुई हत्या के मामले में मृतक का परिवार विशेष जांच दल (एसआईटी) से जांच की मांग कर रहा है। मृतक विनय श्रीवास्तव का परिवार उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा की गई करवाई पर असंतोष प्रकट करते हुए मांग कर रहा है कि हत्या में मंत्री के बेटे विकास किशोर की भूमिका की जांच भी होनी चाहिए।
मृतक विनय श्रीवास्तव के भाई विकास श्रीवास्तव का कहना है कि उनके भाई की हत्या के मामले में पुलिस द्वारा किये की गई कार्रवाई से वह और उनका परिवार संतुष्ट नहीं है। विकास श्रीवास्तव का कहना है की अभी पुलिस के पास मौक़ा है, वह अगर चाहे तो अपने रिपोर्ट में संशोधन कर सकती है।
उन्होंने फ़ोन पर बात करते हुए कहा कि अगर पुलिस द्वारा संतोषजनक करवाई नहीं की जाती है तो वह विनय श्रीवास्तव हत्याकांड के मामले को लेकर ऊपर तक जायेगे। जब उन से पूछा कि उनका अगला क़दम क्या होगा? उन्होंने जवाब दिया अगर एसआईटी गठित कर उनके भाई की हत्या की जांच नहीं होती है तो वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इसकी शिकायत करेंगे और जितना संभव होगा इंसाफ के लिए संघर्ष करेंगे। बता दें कि मृतक विनय श्रीवास्तव मंत्री के बेटे विकास किशोर का दोस्त भी था।
विकास श्रीवास्तव ने एक “फेसबुक लाइव” करके कहा की उनके भाई विनय श्रीवास्तव की सुनियोजित ढंग से, साजिश कर के हत्या की गई है। फेसबुक लाइव पर मृतक के भाई ने कहा कि मंत्री के बेटे विकास किशोर की जांच होनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि विकास किशोर जो हत्या के रोज़ घर पर नहीं थे लेकिन वह भी हत्या की साजिश में शामिल थे।
विकास श्रीवास्तव का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एसआईटी गठित कर के मामले की जांच सुनिश्चित करें ताकि मृतक विनय श्रीवास्तव के साथ इंसाफ हो सके। उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार किये गये आरोपियों अजय रावत, अंकित वर्मा और शमीम बाबा के बयान के आधार पर कहा कि हत्या की रात मंत्री के बेटे के घर पर 6 लोग मौजूद थे। जो विकास किशोर के घर पर शराब का सेवन कर के जुआ खेल रहे थे।
हालांकि विकास श्रीवास्तव का कहना है कि जब वह अपने भाई की मौत की खबर सुनकर, मौक़े पर पहुंचा वहां न ताश की गड्डी थी और न शराब की कोई बोतल थी। उन्होंने कहा शराब पीने और जुआ खेलने की बात साजिशन कही जा रही है। मृतक के भाई ने आरोप लगाया कि सारा काम दबाव में हो रहा है। उन्होंने दावा किया कि उनका मृतक भाई विनय श्रीवास्तव कभी न शराब पीता था और न जुआ खेलता था।
अपने भाई की हत्या के बारे में बात करते हुए विकास श्रीवास्तव ने आगे कहा की वहां कोई झड़प नहीं हुई बल्कि विनय श्रीवास्तव को पूर्व योजना के तहत सीधे माथे पर गोली मारी गई। विकास श्रीवास्तव ने आगे कहा कि उनको उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के दोनों उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या और बृजेश पाठक, मृतक परिवार को इंसाफ दिलायेंगे क्योंकि मामले को हल्का किया जा रहा है।
विकास श्रीवास्तव ने कहा की मंत्रीपुत्र विकास किशोर के साथ, सौरभ रावत और बंटी की भूमिका की जांच होनी चाहिए। क्योंकि उनके अनुसार उस रात सौरभ रावत और बंटी भी विकास किशोर के घर मौजूद थे।
जेसीपी लॉ एंड ऑर्डर आकाश कुलहरि ने मीडिया को बताया की सीसी टीवी में देखा गया है कि चार लोगो में झड़प हुई और इस दौरान पलंग पर तकिये के नीचे रखी लाइसेंसी बंदूक से फायर हुआ। जिस से विनय श्रीवास्तव की मौत हुई। पुलिस ने पुष्टि की कि जिस 32 बोर की बंदूक से हत्या हुई है वह विकास किशोर की थी। जेसीपी लॉ एंड ऑर्डर के अनुसार इस बंदूक का लाइसेंस रद्द किया जायेगा।
विनय हत्याकांड में सवाल?
1) बिना मंत्री के बेटे के 6 लोग उसके घर में क्या कर रहे थे?
2) मंत्री कौशल किशोर का बेटा अगर दिल्ली में था तो क्या वह अपनी बंदूक किसी को दे गया था?
3) हत्याकांड की पहली सूचना मंत्री को किसने दी?
विनय श्रीवास्तव हत्याकांड में पुलिस ने खुलासा किया है कि विकास किशोर वारदात के वक्त दिल्ली में था। लेकिन, हत्या में उसी की लाइसेंसी बंदूक का इस्तेमाल हुआ। हालांकि यह बात स्पष्ट होने होने के बावजूद पुलिस ने मंत्री के बेटे विकास पर केस दर्ज नहीं किया।
एडिशनल सीपी क्राइम आकाश कुलहरि ने प्रेस कांफ्रेंस में केवल लाइसेंस निरस्तीकरण की बात कही थी। वारदात के बाद पूरा दिन पुलिस इस हाई-प्रोफाइल मामले में मंत्री के बेटे को बचाने में जुटी रही।
लेकिन जब इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया गया तब शनिवार सुबह पुलिस ने दबाव में आकर विकास किशोर पर केस दर्ज किया। इस मामले में मंत्री के बेटे विकास किशोर के खिलाफ राजधानी लखनऊ के ठाकुरगंज थाने में “आर्म्स एक्ट” में मुकदमा दर्ज किया गया।
सूत्रों के मुताबिक सूत्रों के मुताबिक अब पुलिस द्वारा विकास किशोर समेत अन्य कई लोगों की भूमिका की जांच भी की जा रही है। अगर किसी के खिलाफ सबूत मिलेंगे तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।
घटना के बाद मंत्री कौशल किशोर ने सफाई देते हुआ कहा कि वारदात के वक्त उनका बेटा विनय श्रीवास्तव के साथ नहीं था। केंद्रीय मंत्री अपने बेटे को बचाने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
मंत्री के बेटे विकास कौशल और उसके एक दोस्त के साथ फ्लाइट की तस्वीर जारी की है, जिसमें वो 31 अगस्त को दिल्ली जा रहा था। उन्होंने “बोर्डिंग पास” भी दिया है ताकि यह साबित हो जाए कि वो घटना के वक्त लखनऊ में नहीं दिल्ली में मौजूद था। बताया जा रहा है कि मृतक विनय श्रीवास्तव 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान मंत्री के लोगों के क़रीब आया था।
मोदी सरकार के मंत्री कौशल किशोर का पारिवारिक जीवन काफी समय से विवादों से भरा रहा है। कौशल किशोर और उनकी विधायक पत्नी जय देवी कौशल के एक बेटे आकाश किशोर का निधन नशे की लत के चलते अक्टूबर, 2020 में हो गया था। परिवार द्वारा आकाश किशोर को नशा मुक्ति केंद्र भेजा गया था, उसकी शादी कराई गई थी पर हालात नहीं सुधरे थे।
हालांकि बाद में कौशल किशोर ने एक ट्वीट करके कहा था, "मैंने एक गलती करके अपने नशा करने वाले लड़के की शादी कर दी जिस कारण आज मेरी बहू विधवा हो गई। मोदी सरकार में मंत्री और मोहनलालगंज से भारतीय जनता पार्टी के सांसद ने कहा था अब कोई और लड़की विधवा न हो, इसलिए अपनी लड़कियों की शादी किसी भी नशा करने वाले व्यक्ति से न करें, चाहे वह कितने बड़े पद पर हो और चाहे कितना ही वह अमीर हो।"
कौशल किशोर के बेटे आयुष किशोर की पत्नी अंकिता के साल 2021 में नस काटकर खुदकुशी की कोशिश का विवाद गहराया था। आयुष का नाम एक बार फिर विवादों में फंसा जब उसने स्वयं पर बदमाशों द्वारा गोली चलाने का आरोप लगाया था। लेकिन पुलिस की जांच में सामने आया कि आयुष किशोर ने अपने ससुराल के सदस्य आदर्श के जरिए स्वयं गोली चलवाई थी।
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