किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च के मद्देनज़र सिंघू, टिकरी बॉर्डर की सुरक्षा और बढ़ाई गई
आज जैसे ही प्रदर्शनकारी किसान 'दिल्ली चलो' मार्च के लिए आगे बढ़े, पंजाब-हरियाणा सीमा पर ताजा झड़पों और हाथापाई की खबरें आई हैं।
न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून बनाने, कर्ज माफी समेत अन्य मांगों को लेकर इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा की ओर से किया जा रहा है।
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, किसानों की मांग के मद्देनजर केंद्र ने तीसरे दौर की वार्ता बुलाई है जो आज (14 फरवरी) होने की संभावना है।
कल रात किसान नेताओं ने कहा कि वे शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और अबू धाबी में मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी मांगों पर विचार करने की अपील की।
इस बीच, सीमाओं की किलेबंदी की जारी रही। वीडियो में दिखाया गया कि ट्रैक्टरों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए इन सीमाओं पर और अधिक कंक्रीट डाली जा रही है और सड़कें खोदी जा रही हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पंजाब के अधिकारियों ने "अपने क्षेत्र" जैसे शम्भू बॉर्डर के अंदर हरियाणा पुलिस द्वारा ड्रोन का उपयोग करने पर आपत्ति जताई थी। मंगलवार को कथित तौर पर 100 से अधिक किसान घायल हो गए क्योंकि हरियाणा पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया और उन पर आंसू गैस के गोले छोड़ने के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया।
सोनीपत बॉर्डर पर सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है। टिकरी, सिंघू और गाज़ीपुर बॉर्डर पर मल्टी-लेयर बैरिकेड्स, कंक्रीट ब्लॉक, पिकेट, लोहे की कीलें और कंटेनरों की दीवारें लगाई गई हैं। न्यूज 18 की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि बुधवार तड़के, अधिकारियों ने दूसरे दिन के लिए व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए टिकरी बॉर्डर पर कंक्रीट स्लैब के बीच और अधिक कंक्रीट डाल दी।
इस बीच, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को ट्वीट किया कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आई, तो वह एमएस स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के अनुसार, हर किसान को फसलों पर एमएसपी की कानूनी गारंटी देगी।
प्रभावित क्षेत्र में इंटरनेट बंद होने और कई किसान नेताओं के सोशल मीडिया अकाउंट पर रोक होने से भी जानकारी प्राप्त करने में असर पड़ रहा है।
मूल अंग्रेजी लेख को पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
Singhu, Tikri Borders Further Fortified as Farmers’ ‘Delhi Chalo’ Moves Ahead
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