महाराष्ट्र : राकांपा नेता अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली, आठ अन्य नेता मंत्री बने
एनसीपी नेता अजित पवार ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में राजभवन में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने सूत्र के हवाले से लिखा उपमुख्यमंत्री अजीत पवार को 40 एनसीपी विधायकों और पार्टी के 6 एमएलसी का समर्थन प्राप्त है।
NCP नेता अजित पवार ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में राजभवन में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली।#MaharashtraPolitics pic.twitter.com/9NxKwKkMd5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 2, 2023
उपमुख्यमंत्री के रूप अजित पवार के शपथ लेने के बाद एनसीपी के कई नेताओं ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री पद की शपथ ली। इन नेताओं में अनिल पाटिल, संजय बनसोडे, अदिति तटकरे, धर्माराव, धनंजय मुंड, हसन मुश्रीफ, दिलीप पाटिन और छगन भुजवल शामिल हैं।
बता दें कि विधानसभा में राकांपा के कुल 53 विधायक हैं और ऐसा माना जा रहा है कि उनमें से 40 अजित पवार के साथ हैं।
अजित पवार ने आज मुंबई में अपने आधिकारिक आवास ‘देवगिरि’ में पार्टी के कुछ नेताओं और विधायकों से मुलाकात की। बैठक में राकांपा के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल और पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले उपस्थित थीं।
हालांकि, राकांपा के अध्यक्ष शरद पवार ने पुणे में कहा कि उन्हें बैठक की जानकारी नहीं है, लेकिन विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष होने के नाते अजित पवार विधायकों की बैठक बुला सकते हैं।
राजभवन में मौजूद महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा कि अजित पवार ने निचले सदन में विपक्ष के नेता (एलओपी) के पद से इस्तीफा दे दिया है और उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया है।
राजभवन में विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल और राकांपा के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल भी मौजूद थे।
भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले ने दावा किया कि राकांपा के 40 विधायकों (कुल 53 में से) ने राज्य सरकार का समर्थन किया है।
राज्य में विधानसभा चुनाव अगले साल प्रस्तावित है।
यह राजनीतिक घटनाक्रम शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना (तब अविभाजित) के खिलाफ विद्रोह के एक साल बाद सामने हुआ है, जिसके कारण महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार गिर गई थी।
शिंदे ने 30 जून, 2022 को मुख्यमंत्री पद और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
भाजपा की मुंबई इकाई के अध्यक्ष एवं पूर्व राज्य मंत्री आशीष शेलार ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हिंदुत्व को बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को समर्थन दिया। आज अजित पवार के नेतृत्व वाला राकांपा का एक बड़ा धड़ा लोकतांत्रिक तरीके से शिंदे और फडणवीस सरकार में शामिल हो रहा है और मोदी जी को समर्थन दे रहा है।’’
इससे पहले दिन में अजित पवार ने मुंबई में अपने आधिकारिक आवास ‘देवगिरि’ में पार्टी के कुछ नेताओं और विधायकों के साथ बैठक की।
बैठक में राकांपा के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल और पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले उपस्थित थीं। हालांकि, सुले बैठक से जल्द ही चली गईं।
हालांकि, राकांपा के अध्यक्ष शरद पवार ने पुणे में कहा कि उन्हें बैठक की जानकारी नहीं है।
वर्ष 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के बाद, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने अपने सहयोगी दल भाजपा के साथ संबंध तोड़ लिए थे।
बाद में, राजभवन में एक समारोह में फडणवीस और अजित पवार ने क्रमश: मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, लेकिन उनकी सरकार केवल 80 घंटे तक चली।
इसके बाद ठाकरे ने एमवीए सरकार बनाने के लिए राकांपा और कांग्रेस के साथ हाथ मिला लिया।
पिछले साल जून में, शिंदे के नेतृत्व में विद्रोह के कारण शिवसेना में विभाजन हो गया था और एमवीए सरकार गिर गई थी, जिसके बाद शिंदे भाजपा के समर्थन से मुख्यमंत्री बने थे।
न्यूज़ एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ
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