योगी टिप्पणी मामले में पत्रकारों की गिरफ्तारी के विरोध में दिल्ली में प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संबंधित पोस्ट साझा करने पर पत्रकार प्रशांत कनौजिया सहित एक टीवी चैनल के संपादक और उसके प्रमुख (हेड) की गिरफ्तारी के विरोध में सोमवार को पत्रकारों ने प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के बाहर प्रदर्शन किया।
पत्रकारों का यह प्रदर्शन प्रेस क्लब से शुरू होकर पार्लियामेंट स्ट्रीट तक जाना था, लेकिन भारी पुलिस बल तैनात करके पत्रकारों को पार्लियामेंट स्ट्रीट नहीं जाने दिया गया। हालांकि प्रर्दशन शांतिपूर्ण रहा। इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई, सिद्धार्थ वरदराजन, नीरजा चौधरी, प्रंजॉय गुहा ठाकुरता, उर्मिलेश, एमके वेणु समेत प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में पत्रकार मौजूद रहें।
आपको बता दें कि इससे पहले एडिटर्स गिल्ड तथा कई मीडिया संगठनों ने पत्रकारों की गिरफ्तारी की निंदा की थी। साथ ही, उन्होंने पुलिस कार्रवाई को कानून का दुरुपयोग तथा प्रेस को डराने का प्रयास बताया था।
गिल्ड ने कहा, ‘पुलिस की कार्रवाई कठोरतापूर्ण, मनमाना और कानूनों के अधिकारवादी दुरुपयोग के समान है।’
वहीं, इंडियन वुमन प्रेस कोर (आईडब्ल्यूपीसी), प्रेस क्लब ऑफ इंडिया, साउथ एशियन वुमन इन मीडिया (एसएडब्ल्यूएम, इंडिया) , प्रेस एसोसिएशन ने एक संयुक्त बयान में कहा, ‘जिस तरह से स्वतंत्र पत्रकार प्रशांत कनौजिया, साथ ही नेशन लाइव टीवी चैनल की संपादक ईशिता सिंह और प्रमुख अनुज शुक्ला को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार किया है, इसे लेकर हम सभी मीडिया संगठन अपने सामूहिक आक्रोश और नाराजगी को जाहिर करते हैं।’
बयान में उन्होंने कहा, ‘इन तीन पत्रकारों के खिलाफ यूपी पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई कानून लागू करने के नाम पर प्रशासनिक सख्ती का एक स्पष्ट मामला है। मीडियाकर्मी होने के नाते, यह हमारा दृढ़ विश्वास है कि पत्रकारों को जिम्मेदारी के साथ आचरण करना चाहिए। तो वहीं दूसरी ओर,हमें लगता है कि मानहानि कानून के आपराधिक प्रावधानों को पत्रकारों और अन्य लोगों के खिलाफ बार-बार इस्तेमाल किये जाने को देखते हुए उसे कानून की किताब से हटा दिया जाना चाहिए।’
दूसरी ओर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से संबंधित कथित आपत्तिजनक वीडियो शेयर करने पर गिरफ्तार किए गए स्वतंत्र पत्रकार प्रशांत कनौजिया का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया। यूपी पुलिस द्वारा उनकी गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में कल यानी मंगलवार को सुनवाई होगी। गिरफ्तारी के खिलाफ प्रशांत की पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की।
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यूपी पुलिस द्वारा पत्रकार कनौजिया की गिरफ्तारी ग़ैर क़ानूनी क्यों है?
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