कांग्रेस सांसदों ने एलएसी पर झड़प को लेकर संसद में चर्चा की मांग करते हुए नोटिस दिए, प्रश्नकाल की कार्यवाही बाधित
नयी दिल्ली: कांग्रेस के कई सांसदों ने भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के निकट हुई झड़प की घटना को लेकर मंगलवार को संसद के दोनों सदनों में चर्चा की मांग करते हुए कार्यस्थगन के नोटिस दिए।
पार्टी सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में नोटिस देकर मांग की है कि प्रश्नकाल, शून्यकाल और अन्य विधायी कार्यों को रोककर इस विषय पर चर्चा कराई जाए। उन्होंने मांग की कि सरकार तवांग और चीन की सीमा से लगे अन्य क्षेत्रों की स्थिति के बारे में सदन को सूचित करें क्योंकि यह भारत की संप्रभुता और स्वतंत्रता से जुड़ा विषय है।
कांग्रेस महासचिव एवं राज्यसभा सदस्य रणदीप सुरजेवाला ने नियम 267 के तहत उच्च सदन में सभी विधायी कार्यों को स्थगित करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सदन में आकर अरुणाचल प्रदेश संबंधी घटनाक्रम पर बयान दें।
कांग्रेस के नेता एवं राज्यसभा सदस्य सैयद नासिर हुसैन ने भी उच्च सदन में एलएसी पर झड़प के विषय को लेकर नियम 176 के तहत अल्कालिक चर्चा की मांग की है। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्यों रंजीत रंजन, रजनी पाटिल, जेबी मेथर, एल हनुमनथैया और शक्ति सिंह गोहिल ने भी एलएसी पर झड़प के मुद्दे पर नियम 267 के तहत कार्यस्थगन के नोटिस दिए हैं।
कांग्रेस ने सोमवार को आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री मोदी अपनी छवि बचाने के लिए देश को खतरे में डाल रहे हैं। पार्टी ने यह भी कहा था कि इस मुद्दे पर संसद में चर्चा होनी चाहिए और सरकार को देश को भरोसे में लेना चाहिए।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सदन में आश्वासन दिया जाए कि रक्षा मंत्री के बयान के बाद इस विषय पर तत्काल चर्चा होगी।
इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, ‘‘अगर आप नियम के तहत नोटिस देंगे और बीएसी (कार्य मंत्रणा समिति) में फैसला होगा तो मैं किसी भी विषय पर चर्चा कराने को तैयार हूं।’’
उन्होंने कहा कि सदन में किस विषय पर चर्चा होगी, इसका निर्णय बीएसी में होता है।
इस बीच, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सदन को बताया कि विपक्षी सदस्य जो विषय उठा रहे हैं उस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दोपहर 12 बजे लोकसभा में विस्तृत बयान देंगे।
कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्य अपने स्थान पर खड़े हो गए और तवांग सेक्टर में झड़प का विषय उठाते हुए कहा कि इस पर सदन में चर्चा होनी चाहिए।
सैन्य सूत्रों ने सोमवार को बताया था कि भारतीय और चीनी सैनिकों की अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के निकट एक स्थान पर नौ दिसंबर को झड़प हुई, जिससे दोनों पक्षों के कुछ जवान मामूली रूप से घायल हो गये।
उन्होंने कहा था कि भारतीय सैनिकों ने चीनी पीएलए सैनिकों का डटकर मुकाबला किया।
पूर्वी लद्दाख में दोनों पक्षों के बीच 30 महीने से अधिक समय से जारी सीमा गतिरोध के बीच पिछले शुक्रवार को इस संवेदनशील सेक्टर (तवांग)में एलएसी पर यांग्त्से के पास झड़प हुई।
(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ)
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